सहारनपुर। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति के सभापति वीरेन्द्र सिंह, सदस्यगण रजनीकांत माहेश्वरी, सुभाष यदुवंश, श्रीमती वंदना वर्मा ने निर्माणाधीन माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का औचक निरीक्षण कर कार्यों की गुणवत्ता एवं प्रगति को जाना।
निरीक्षण के दौरान उन्होने कार्यदायी संस्था मै0 ईश्वर सिंह एण्ड एसोसिएट कंस्ट्रक्शन एवं पर्यवेक्षणीय दायित्व निभा रहे लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि कार्य मानक व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जाएं। उन्होंने विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों की गति को और तेज करते हुए अनुबंध की शर्तों के मुताबिक कार्य निर्धारित अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्रशासनिक व अकादमिक ब्लाकों को इस माह के अंत तक पूर्ण कर हस्तांतरित करने के निर्देश दिए ताकि पठन-पाठन का कार्य बाधित न हो।
निर्माणााधीन माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय की कार्यदायी संस्था ने अवगत कराया कि आज तक 58.70 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसके अन्तर्गत एडमिन, लाइब्रेरी और एकेडमिक ब्लाक का कार्य लगभग 70 प्रतिशत किया जा चुका है। सभापति ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध पाठ्यक्रमों तथा उपलब्ध एवं आवश्यक शैक्षिक के साथ ही अन्य आवश्यक कार्मिकों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यक स्टाफ के बारे में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाए। सरकार की मंशा के अनुरूप उन पाठ्यक्रमों के बारे में भी रणनीति बनाई जाए जो रोजगारपरक हो।
निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्रार वीरेन्द्र कुमार मौर्य तथा कार्यदायी संस्था के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति के सभापति वीरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता एवं सदस्यगणों रजनीकांत माहेश्वरी, सुभाष यदुवंश, श्रीमती वंदना वर्मा की उपस्थिति में सर्किट हाउस सभागार में विधायी समाधिकार समिति की जनपद में समीक्षा बैठक की गयी। जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र द्वारा स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंटकर माननीय सभापति एवं समिति के अन्य सदस्यों का स्वागत किया गया।
बैठक में नियोजन, ग्राम्य विकास, ऊर्जा, लोक निर्माण, पर्यटन, पंचायती राज, सिंचाई, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, गृह एवं परिवहन विभाग के जनपद में जिला स्तरीय समितियों में 2021 से अब तक माननीय सदस्य विधान परिषद व माननीय सदस्य विधान सभा से लिये गये प्रस्तावों और उन पर की गयी कार्यवाही के साथ ही वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा की गयी।
सभापति ने लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को समय से भेजा जाए। गड्ढामुक्त सडकों के संबंध में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सडकों को गड्ढामुक्त किया जाए एवं विशेष मरम्मत के दृष्टिगत प्रस्ताव भेजे जाएं। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान कृषि भूमि की सिंचाई हेतु ट्यूबवेल को विद्युत आपूर्ति शासनादेश के अनुसार उपलब्ध करायी जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। उन्होंने सिंचाई विभाग को नहर के किनारे स्थित पटरी की आवागमन के दृष्टिगत साफ-सफाई कराने के लिए कहा।
वीरेन्द्र सिंह ने सभी विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रमों सहित महत्वपूर्ण बैठकों की सूचना जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से दी जाए। अधिकारी निरंतर जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क में रहें।
सभापति को बाढ के संबंध में जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने जनपद में बाढ राहत में किये गये कार्यों से अवगत कराया। जनपद में किये गये बाढ राहत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बाढ से फसलों के नुकसान का आंकलन यथाशीघ्र शासन को भेजा जाए। यमुना किनारे बाढ के कारण हुए कृषि भूमि कटान का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होने बाढ की वजह से टूटे हुए तटबंधों का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए।
पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होने कहा कि महिलाओं, बालिकाओं एवं जनसामान्य की सुरक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। उन्होने जनपद के हाईवे में उपलब्ध सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं का डाटा तैयार कर सभी सदस्यों को उपलब्ध कराने के निर्देश एसपी सिटी को दिए।
नगर आयुक्त ने आईसीसीसी एवं सेफ सिटी के बारे में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होने जनपद के सौन्दर्यीकरण, कूडा कलेक्शन का कार्य बेहतर ढंग से करने तथा सफाई कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करवाने को कहा। उन्होने गोवंश को संरक्षित करने के दृष्टिगत समाज के प्रबुद्धजनों, अधिकारियों को उपलब्ध बेहतर गोवंश को व्हाट्सएप गु्रप बनाकर जानकारी देने के निर्देश दिए। विकास प्राधिकरण को मानचित्र से संबंधित बैठक में जनप्रतिनिधियों को बुलाने एवं अवैध वसूली करने वालों पर कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्साधिकारी को स्वास्थ्य संबंधी समस्त व्यवस्थाएं एवं पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सालयों में आवश्यक उपकरण एवं जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए अधिक से अधिक छात्रों का पंजीकरण कराया जाए। ड्रापआउट बच्चों को चिन्हित कर उनको पुन प्रवेश दिलाया जाए ध्यान रखे कि किसी अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
उन्होंने जनपद में जितने भी जर्जर विद्यालय हैं उनके पुरूद्वार के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। आपरेशन कायाकल्प के तहत किये जा रहे कार्याें की भी जानकारी प्राप्त की। जनपद में किये गए वृक्षारोपण की समीक्षा करते हुए मा0 सभापति जी ने निर्देश दिए कि वृक्षारोपण करने से जिम्मेदारी पूर्ण नहीं हो जाती। असल जिम्मेदारी तो उसको संरक्षित करने की है।
उन्होंने वृक्षारोपण अभियान के तहत बनाए गए ग्राम वनों को मां शांकभरी व मां गंगा देवी के नाम पर नामकरण करने का भी सुझाव दिया। विधायी समाधिकारी समिति के सदस्य सुभाष यदुवंश ने निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारीगण जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्तावों को शासन स्तर पर भेजकर निरंतर फालोअप करते रहें। अधिकारियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य किये जाएं। साथ ही जनहित में नवाचार के कार्य भी करें। गुजरात की तर्ज पर सहकारिता की भूमिका को बढाया जाए एवं महिलाओं और युवकों को अधिक से अधिक जोडा जाए। विधायी समाधिकारी समिति के सदस्य श्री रजनीकांत माहेश्वरी ने चिकित्सालयों में आवश्यक चिकित्सकों की सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
श्रीमती वंदना वर्मा ने अधिकारियों से कहा कि सभी आवश्यक बैठकों की जानकारी दी जाए। बैठक में जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने समिति को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन किया जाएगा।इस अवसर पर विकास प्राधिकरण के वीसी आशीष कुमार, नगर आयुक्त गजल भारद्वाज, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक, पीडीडीआरडीए प्रणय कृष्ण, अनु सचिव सतीश कुमार यादव, समीक्षा अधिकारी मयंक यादव सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।