मुजफ्फरनगर। पति के अत्याचार और आये दिन की मारपीट तथा झगड़े से परेशान होकर एक विवाहिता ने जहर का सेवन कर लिया। देर रात उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। आज सवेरे यहां पहुंचे मायके वालों ने विवाहिता को जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। विवाहिता के पति को मृतका के परिजनों ने घर से बाहर सड़क पर खींच लिया और उसकी जमकर धुनाई कर डाली। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति को छुड़ाया और मृतका के
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पिता की शिकायत पर विवाहिता की हत्या के आरोप में पति और उसके ससुर को गिरफ्तार कर लिया। हंगामा बढऩे पर सीओ सिटी भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। मृतका के शव को सील कराकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
जानकारी के अनुसार थाना सिविल लाइन क्षेत्र के कोर्ट रोड पर कचहरी गेट के पास ही पेस्टिसाइड की दुकान करने वाले मुकुल सिंघल पुत्र हंस कुमार सिंघल की शादी दो साल पहले उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर निवासी श्रुति पुत्री शिवकुमार के साथ हुई थी। शादी के बाद श्रुति अपने पति मुकुल और ससुर हंस कुमार के साथ कोर्ट रोड पर कचहरी गेट
के सामने आवास में रह रही थी। इसी आवास में नीचे मुकुल की दुकान है, जिसमें वो अपने पिता के साथ पेस्टिसाइड का कारोबार करता है। गुरूवार को सवेरे मुकुल के घर पर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। ज्वालापुर से यहां पहुंचे मुकुल के ससुराल वालों ने उसको दुकान पर ही दबोच लिया और उसके साथ मारपीट शुरू करते हुए हंगामा करने लगे। आरोप लगाया कि उसने अपनी पत्नी श्रुति को जहर देकर उसकी हत्या कर दी है। हंगामे की सूचना मिलने पर सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और मकान में ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में
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जाकर देखा तो श्रुति मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। नीचे उसके मायके वालों ने मुकुल को दुकान से बाहर खींच लिया और उसकी पिटाई करने लगे। इसी बीच अफरा तफरी मच गई। पुलिस कर्मियों ने मुकुल को जबरदस्ती छुड़ाया और उसको हिरासत में ले लिया। श्रुति की मां और पिता के साथ ही अन्य रिश्तेदारों ने मुकुल, उसके पिता हंस कुमार पर श्रुति को जहर देकर हत्या करने के आरोप लगाये तो मुकुल ने इससे इंकार किया। हंगामा बढऩे पर सीओ सिटी व्योम बिन्दल भी मौके पर पहुंच गये थे। उन्होंने हंगामा शांत कराया। पुलिस ने मृतका श्रुति के हत्यारोपी पति मुकुल सिंघल और ससुर हंस
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कुमार को गिरफ्तार कर लिया और थाने पहुंचा दिया। वहीं श्रुति के शव का पंचनामा भरने के बाद उसको पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाने पहुंचकर श्रुति के पिता शिव कुमार पुत्र अमरनाथ निवासी ज्वालापुर ने अपने दामाद और समधी के खिलाफ तहरीर दी।
एसएचओ आशुतोष कुमार ने बताया कि कोर्ट रोड निवासी मुकुल का विवाह दो साल पहले ज्वालापुर की श्रुति के साथ हुआ था। आरोप है कि मुकुल नशे का आदी है और आये दिन अपनी पत्नी श्रुति के साथ मारपीट करता रहता था। इससे दोनों के बीच लगातार विवाद बना हुआ था। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि दहेज की मांग के कारण ही श्रुति के साथ मारपीट की जाती और उसका उत्पीडऩ किया जा रहा था। बुधवार रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ और श्रुति को
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संदिग्ध परिस्थितियों में गंभीर हालत के कारण उसके पति मुकुल ने शहर के नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई। बृहस्पतिवार को सुबह यहां पर मायके पक्ष के लोग पहुंचे और कचहरी के सामने आवास पर हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि जहरीला पदार्थ खिलाकर श्रुति की हत्या की गई है। सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है।
हंस कुमार ने वंश की खातिर गोद लिया था मुकुल
कोर्ट रोड पर विवाहिता की संदिग्ध मौत के मामले में हंस कुमार का पूरा परिवार ही बिखर गया। वो अपने बेटे के साथ हत्या के आरोप में पुलिस की हिरासत में रहे, तो उनका मासूम पोता लावारिस पड़ा नजर आया। रिश्तेदारों की पूरी फौज इस बीमार मासूम को कोई अपनाने को तैयार नजर नहीं आ रहा था। परिजनों के अनुसार मुकुल भी हंस कुमार सिंघल का सगा बेटा नहीं था। उन्होंने अपना वंश चलाने के लिए जनपद बागपत के गांव बावली निवासी अपने रिश्तेदारों से मुकुल को
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गोद लिया था। बचपन से ही मुकुल को उन्होंने अपने बेटे की तरह ही पाला और उसकी शादी भी धूमधाम से श्रुति के साथ की थी। खुद हंस कुमार बीमार हैं और उनकी हालत ऐसी है कि उनको दिशा-शौच कराने के लिए आने जाने में भी किसी दूसरी व्यक्ति की सहायता लेनी पड़ती है। हंस कुमार की बेटी भी है, तो मुकुल के बावली गांव में भाई बहन भी हैं, लेकिन जब ये परिवार पुलिस के शिकंजे में फंसा तो कोई भी रिश्तेदार सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा था।
बिन मां के तड़प रहा मासूम अध्ययन, परवरिश पर उठे सवाल
पति और पत्नी के बीच विवाद में सवा साल का मासूम अध्ययन लावारिस हो गया। मां श्रुति की मौत के बाद वो अपनी मां के लिए तड़पता नजर आया। हालांकि पुलिस ने फिलहाल उसको उसकी नानी मां के पास छोड़ा है, लेकिन गंभीर बीमारी से ग्रसित इस मासूम की परवरिश के लिए अब सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि नाना-नानी ने उसको सुपुर्दगी में लेने से इंकार कर दिया और पिता व दादा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। थाना सिविल लाइन में पहुंचे श्रुति के परिजन भी बच्चे की
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परवरिश को लेकर चिंतित रहे। वहां पर बच्चे के नाना शिवकुमार ने एसएचओ और सीओ सिटी के समक्ष बच्चे की कस्टडी को लेकर बात की तो अफसरों ने बताया कि बच्चे की कस्टडी ब्लड रिलेशन में ही दी जायेगी और वो भी मां की ओर वाले रिश्तेदारों को ही बच्चा सौंपा जायेगा। इस पर नाना ने अपनी मजबूरी और पत्नी की बीमारी का हवाला देते हुए उसकी कस्टडी लेने से इंकार कर दिया, जिसके कारण बच्चे की परवरिश का सवाल खड़ा हो गया। बच्चे के नाना शिवकुमार ने
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एसएचओ को बताया कि बच्चा गंभीर रूप से बीमार है। जब श्रुति गर्भवती थी तो मुकुल ने उसकी पिटाई कर डाली थी, जिस कारण उसकी सातवें महीने में ही प्री मैच्योर डिलीवरी करानी पड़ी थी। इस कारण उनका धेवता अध्ययन गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गया। उसका गंगाराम हॉस्पिटल दिल्ली में उपचार चल रहा है और सांस की नली उसके शरीर में पड़ी हुई है। अब तक उस पर करीब 10 -12 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। अब ऐसी अवस्था में उसकी परवरिश करना काफी मुश्किल हो जायेगा।