गोरखपुर। नगर निकाय चुनाव के टिकट बंटवारे को लेकर सियासी जंग कम नहीं हो रही है। टिकट के बटवारे को लेकर नेता आपस में ही भिड़ते नजर आ रहे है।
भाजपा में दो दिन पहले पार्षद के टिकट को लेकर दो विधायक आपस में ही भिड़ गए। ओबीसी के एक दावेदार को प्राथमिकता देने पर गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह और MLC देवेंद्र प्रताप सिंह के बीच बहस शुरू हो गई। आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया। बैठक में ही विधायक ने प्रत्याशियों के चयन में धांधली का आरोप भी लगा दिया। उनके समर्थन में एक बड़े नेता भी आ गए। MLC ने प्रदेश अध्यक्ष से इसकी शिकायत भी की।
आपको बता दें कि अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ कि शुक्रवार को यह घमासान एक बार फिर और बढ़ गया। भाजपा MLC और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य देवेंद्र सिंह ने भाजपा उपाध्यक्ष और MLC डॉ. धर्मेंद्र सिंह के साथ महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता पर टिकट वितरण में धनादोहन का गंभीर आरोप लगाया है। MLC का आरोप है कि आपराधिक और भू-माफिया प्रवृत्ति के लोगों को लाभ लेकर टिकट की संस्तुति की गई है। MLC ने प्रदेश अध्यक्ष को शनिवार को तीन पेज का पत्र लिखकर सूची पर दोबारा विचार करने की मांग की है।
शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में MLC ने आधा दर्जन वार्डों में पार्षदों के टिकट वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। MLC ने आरोप लगाया है कि पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष दोनों ने गोलबंद होकर निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए धनादोहन कर उम्मीदवारों का मनमाना पैनल बनाया है।
वे अपने लोगों को पार्टी का प्रत्याशी बनाना चाहते हैं। MLC का आरोप है कि गायघाट (वार्ड संख्या 39) में सामान्य सीट पर निष्ठावान कार्यकर्ता कृष्ण मोहन शाही के नाम पर स्क्रीनिंग कमेटी की सहमति थी, लेकिन पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष ने अपने रिश्तेदार का नाम क्रमांक एक पर डलवा दिया है।
सिर्फ 23 वोट से हारने वाले का काट दिया नाम
इसी तरह गोपलापुर (वार्ड संख्या-19) में पिछले चुनाव में निर्मल सिंह बसपा प्रत्याशी से मात्र 23 वोटों से हार गए थे। 5 साल की सक्रियता के बाद भी उनकी पत्नी का नाम सूची से हटाकर बाहरी व्यक्ति को टिकट की संस्तुति कर दी गई। अशोक नगर वार्ड में निवर्तमान पार्षद राजेश तिवारी की पत्नी की दावेदारी को दरकिनार कर ऐसे व्यक्ति को टिकट की संस्तुति की गई है, जो अपराधियों का सरंक्षणदाता है।
जो सदस्य नहीं, उसकी भी कर दी संस्तुति
सरदार भगत सिंह नगर वार्ड में भी ऐसे व्यक्ति को टिकट की संस्तुति की गई, जो पार्टी का सामान्य सदस्य भी नहीं है। जंगल सालिकराम में ऐसे व्यक्ति का नाम एक नंबर पर भेजा गया है, जिससे वार्ड के लोग भयक्रांत रहते हैं। शक्तिनगर में भू-माफिया प्रवृति के व्यक्ति की पत्नी को टिकट की संस्तुति की जा रही है।
देवरिया में चेयरमैन पद के प्रत्याशी को लेकर आरोप
एमएलसी ने नगर पालिका देवरिया की निवर्तमान अध्यक्ष को दोबारा टिकट देने को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि अध्यक्ष पद के लिए निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। इसी तरह नगर पंचायत घघसरा के लोकप्रिय भाजपा नेता रमेश चन्द (प्रधान) की उपेक्षा कर अपराधी और भू-माफिया को टिकट दिया जा रहा है।
MLC बोले- पत्र कैसे वायरल हुआ, इसकी जांच हो
MLC देवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है, टिकट वितरण में अनियमितता को लेकर प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा है। पत्र कैसे वायरल हो रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए। पत्र में जो कुछ लिखा है, वह तथ्यों पर आधारित है। प्रदेश अध्यक्ष को वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया गया है। ताकि निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं हो। प्रदेश अध्यक्ष से दोबारा दावेदारी पर विचार करने की मांग की गई है।
महानगर अध्यक्ष बोले- सभी आरोप गलत
महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता का कहना है कि MLC देवेंद्र प्रताप सिंह द्वारा लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार हैं। स्क्रीनिंग कमेटी में अन्य सदस्य भी थे। सभी की सहमति पर ही सूची फाइनल हुई है। एमएलसी किस आधार पर आरोप लगा रहे हैं, वे ही बता सकते हैं। पूरे प्रकरण में अपनी बात उचित फोरम पर रखेंगे।