ग्रेटर नोएडा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया- 2024 सेमीकंडक्टर के उत्पादन, डिजाइन व टेक्नोलॉजी डवलपमेंट में भारत को ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करेगा।
श्री योगी ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश-दुनिया में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यातक के रूप में उभरा है। पिछले कुछ वर्षों में हुए प्रयास का ही परिणाम है कि देश के मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 55 प्रतिशत और मोबाइल कंपोनेंट का 50 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में हो रहा है।
उन्होने कहा कि सैमसंग इंडिया अपने डिस्प्ले यूनिट के प्लांट की स्थापना उत्तर प्रदेश में कर रहा है। साथ ही उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर का बड़ा हब बन रहा है। सेमीकंडक्टर को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024 लागू की गई है। इस नीति में पूंजीगत सहायता, ब्याज उपादान, भूमि मूल्य, स्टांप, विद्युत शुल्क में छूट के आकर्षक प्रावधान किए गए हैं।
योगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इंडिया एक्सपो मार्ट में सेमीकॉन इंडिया-2024 के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। 11-13 सितंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम की थीम “शेपिंग द सेमीकंडक्टर फ्यूचर” है।
उन्होने कहा यह तीन दिवसीय कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को धरातल पर उतारने वाला साबित होगा। उन्होने कहा कि वर्ष 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना और भू-राजनीतिक वैश्विक तनाव से ग्लोबल सप्लाई चेन पर बुरा असर पड़ा था। इससे सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी प्रभावित हुई थी। उन्होंने कहा कि दुनिया जब कोरोना से पस्त थी, उस समय प्रधानमंत्री मोदी के विजनरी नेतृत्व में भारत ने कोरोना प्रबंधन के साथ ही सेमी कंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग ईको सिस्टम के विकास के लिए अपनी नोटिफिकेशन जारी किया था। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम था।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने आईटी सेक्टर, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग और सेमीकंडक्टर पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के इंजीनियर्स के हब के रूप में स्थापित हो रहा है। मीडिया टेक, ईआरएम, क्वॉलकॉम,एनएचपी, सिनॉप्सिस कैंडेंस जैसी प्रमुख कंपनियां यहां स्थापित हैं, जो उत्तर प्रदेश में स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने और सेमीकंडक्टर की डिजाइन में नवाचार को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो रही हैं। इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश में आईटी इंडस्ट्री को उद्योग का दर्जा दिया गया है, जिससे प्राधिकरणों के अधीन उद्योग भूमि को सस्ते दरों पर आईटी कंपनियों को दिया जा सके।
उन्होने कहा कि प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। इसी का परिणाम है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश ने अचीवर स्टेट का दर्जा हासिल किया है। वर्तमान में प्रदेश में अलग-अलग सेक्टर की 27 सेक्टोरियल पॉलिसी लागू की गई है। उत्तर प्रदेश एफडीआई फार्चून ग्लोबल-500 और फार्चून इंडिया-500 कंपनियों के लिए भी हमारी समर्पित नीति है। उद्यमियों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग करते हुए सिंगल विंडो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ के माध्यम से 450 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं संचालित की जा रही हैं। एमओयू मॉनिटरिंग हेतु ‘निवेश सारथी’ पोर्टल विकसित किया गया है। इंसेंटिव वितरण भी आज प्रदेश में ऑनलाइन किया जा रहा है। निवेशकों की सहायता के लिए 100 उद्यमी मित्र तैनात किए गए हैं।
योगी ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी और सुदृढ़ कानून व्यवस्था आज उत्तर प्रदेश की यूएसपी है। उत्तर प्रदेश में रेल और रोड का बड़ा नेटवर्क है। ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट डेडीकेटेड कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरता है। वाराणसी से हल्दिया के मध्य देश का पहला इनलैंड वाटर-वे संचालित है। वाराणसी में मल्टी मॉडल टर्मिनल के साथ ही दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब और उड़ाकी में लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय सिटी, अपैरल पार्क और हैंडीक्राफ्ट पार्क विकसित किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड टाउनशिप, बरेली में मेगा फूड पार्क और उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी आदि योजनाएं तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में कार्य कर रहे देश-दुनिया के ग्लोबल लीडर शामिल रहे।