नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा के लोक सभा सांसद वरुण गांधी ने गीता प्रेस गोरखपुर को केंद्र की मोदी सरकार द्वारा गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने का समर्थन करते हुए कहा है कि गीताप्रेस सिर्फ एक प्रकाशक नहीं, एक संपूर्ण आंदोलन है। वरुण गांधी ने एक दूसरे की आस्था के परस्पर सम्मान को एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की पहचान बताते हुए गीता प्रेस की आलोचना करने वालों पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए यह भी जोड़ा कि अकारण आलोचना नकारात्मकता का आधार बनती है।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, गीताप्रेस सिर्फ एक प्रकाशक नहीं, एक संपूर्ण आंदोलन है। जिसने गरीब से गरीब परिवार को उनके धर्म से उच्चस्तरीय भाषा में लिखी त्रुटिहीन पुस्तकों के माध्यम से जोड़ा। अकारण आलोचना नकारात्मकता का आधार बनती है।
एक जमाने में वरुण गांधी को भाजपा में हिंदुत्व का फायर ब्रांड नेता कहा जाने लगा था, लेकिन किसान आंदोलन और अन्य कई विषयों पर वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार से अलग लाइन लेकर कई तरह के सवालों को खड़ा कर दिया था। राजनीतिक गलियारे में लगातार यह सवाल उठने लगा था कि क्या भाजपा और वरुण गांधी का रिश्ता अब कुछ ही दिनों का बचा है। लेकिन गीता प्रेस मामले में सरकार के साथ खड़े होकर वरुण गांधी ने अपनी तरफ से स्पष्ट तौर पर एक राजनीतिक संदेश दे दिया है।