शामली। षड्यंत्र के तहत पत्नी के घर वालों ने पति को घर बुलाकर जान से मारने का प्रयास करते हुए सार्वजनिक रूप से घर पहुंचे मौलाना पर जानलेवा हमला कर दिया। लोहे के खुदाले एवं लाठी डंडों से मारपीट करते हुए उल्टा पत्नी की बहन से दुष्कर्म करने का झूठा मुकदमा लिख कर जेल भिजवा दिया। अब कई दिनों बाद वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। षड्यंत्र से मौलाना को जेल भिजवाने का मामला चर्चा का विषय बना है। जेल गए मौलाना की पत्नी का पत्र भी वायरल हो रहा है। जबकि मामले में थानाभवन पुलिस पर भी साँठ गांठ कर झूठा मुकदमा लिखने का आरोप की चर्चा बनी है।
एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही है जिसमें एक युवक कुछ महिला एवं कुछ लोग गली में लोहे के खुदाले लाठी डंडे एवं लात घुसो से बुरी तरह मार रहे हैं। जबकि वीडियो में एक युवक उसे बचाने का प्रयास भी कर रहा है। जो पिट रहे मौलाना का साला ही बताया जा रहा है। वीडियो में बुरी तरह से मारपीट की जा रही है किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल की है। मामला चर्चा का विषय बना है।
जानकारी के अनुसार अब्दुल रहमान पुत्र इरशाद गांव कुटेसरा थाना चरथावल मुजफ्फरनगर करीब 2 वर्ष पहले थानाभवन में एक मस्जिद में रहता था। उसने थानाभवन निवासी आफरीन पुत्री शाकिर से 17 फरवरी 2024 में निकाह कर लिया था। जिसमें पीड़ित लड़की के छोटे भाई मुजाहिद पुत्र साकिर ने भी अपनी बड़ी बहन के निकाह करने में भूमिका निभाई। कुछ दिनों बाद यह जानकारी जब लड़की के घर वालों को लगी तो लड़की के घर वालों ने विरोध करते हुए मौलाना पर तलाक देने का दबाव बनाया।
जबकि मौलाना अब्दुल रहमान की पत्नी आफरीन ने पत्र लिखकर बताया कि घर वाले उसे जान से मारने की योजना बना रहे हैं और जहरीला पदार्थ भी लाकर रख रखा है। वहीं उसके भाई की जान को भी खतरा है। उसने अपने पति की जान को खतरा होने की बात भी पत्र में कही है। वंही दुष्कर्म के आरोप में जेल गए मौलाना अब्दुल रहमान ने भी अपनी जान का खतरा बताया है। वीडियो के अनुसार किसी बहाने से मौलाना अब्दुल रहमान को आफरीन के घर वालों ने थानाभवन अपने घर पर बुला लिया और पहले से ही षड्यंत्र के तहत योजना के अनुसार उसे पड़कर मारना पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद आफरीन की बहन के द्वारा ही एक झूठा दुष्कर्म करने का मामला बनाकर मुकदमा दर्ज कर दिया।
वहीं पुलिस ने 17 मई 2005 में मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि आरोपित अब्दुल रहमान को जेल भेज दिया। ज्ञात हो कि अब्दुल रहमान को सार्वजनिक रूप से पीटने वाले करीब दर्जन भर लोगों में थानाभवन का दुष्कर्म में जेल जाने वाला मेहराज पुत्र इसरार नाम का थाने का गुंडा भी शामिल है। जिसका थाने में हिस्ट्री शीटर बदमाश के साथ आपराधिक इतिहास है। उक्त व्यक्ति जेल भी जा चुका है। सार्वजनिक हुई वीडियो अब चर्चा का विषय बनी हुई है कि किस तरह से एक व्यक्ति को जान से मारने का षड्यंत्र रचकर मारपीट की जाती है और बाद में उसके खिलाफ ही झूठा दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराकर थानाभवन पुलिस से साँठ गांठ कर उसे जेल भेज दिया जाता है।
चर्चा है कि इस मामले में थानाभवन पुलिस से भी झूठा मुकदमा लिखवाने के लिए साँठ गांठ कर अब्दुल रहमान को जेल भेजा गया है। जबकि गली में ही लगे एक कोचिंग सेंटर में भी सीसीटीवी कैमरे में पूरा मामला मारपीट का कैद हुआ था जिसकी सीसीटीवी फुटेज अगर निकलवाई जाए तो मारपीट की पूरी वारदात सामने आ सकती है। इस मामले को लेकर थानाभवन पुलिस की कार्यशाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इतने गंभीर प्रकरण में पुलिस ने बिना तथ्यों के आधार पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया।