पेरिस। भारत के लिए पेरिस ओलंपिक के 12वें दिन की शुरुआत एक दुखद खबर के साथ हुई। कुश्ती के 50 किग्रा फाइनल में पहुंची विनेश फोगाट को डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। इस फैसले से आहत विनेश डिहाइड्रेशन के चलते बेहोश हो गईं और अब उन्हें खेल गांव के पॉलीक्लिनिक में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों ने को बताया, “विनेश फोगाट को डिहाइड्रेशन के कारण खेल गांव के अंदर पॉलीक्लिनिक में भर्ती कराया गया था, किसी अस्पताल में नहीं।” भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को एक बयान जारी कर अधिक वजन के कारण विनेश के खेलों से बाहर होने पर चिंता जताई और पहलवान की निजता का सम्मान करने को कहा। स्पर्धा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, विनेश प्रतियोगिता में अंतिम स्थान पर रहेंगी।
मंगलवार रात को सेमीफाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गुज़मैन को 5-0 से हराकर विनेश ओलंपिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। सेमीफाइनल में जीत के बाद, विनेश ने जॉगिंग, स्किपिंग और साइक्लिंग कर वजन को कम करने का हरसंभव प्रयास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईओए प्रमुख पीटी उषा से इस मामले को लेकर बात की और विनेश की हार के बाद भारत के पास क्या विकल्प हैं, इस बारे में उनसे जानकारी ली है।
सूत्रों के अनुसार, पीएम ने आईओए प्रमुख से पहलवान के मामले में मदद के लिए सभी विकल्पों पर विचार करने को कहा और पीटी उषा से आग्रह किया कि अगर इससे पहलवान को मदद मिलती है तो वे अयोग्य ठहराए जाने के मामले में कड़ा विरोध दर्ज कराएं।