मुजफ्फरनगर। 7 साल पूर्व चंडीगढ़ के रायपुर से लापता हुआ एक युवक बुधवार को मुजफ्फरनगर से बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि लापता युवक की उस समय जानकारी हुई जब वह आधार कार्ड पर अपना नाम चेंज करने के लिए जन सेवा केंद्र पर पहुंचा था। इस समय विश्व हिंदू परिषद के लोगों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मौके पर पहुँचकर हंगामा करते हुए बरामद युवक को पुलिस के हवाले कर दिया था।
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आपको बता दें कि 7 साल पूर्व सन 2016 में एक 10 वर्षीय बालक विवेक चंडीगढ़ के रायपुर से लापता हो गया था। जिसके संबंध में लापता युवक के परिजनों द्वारा उस दौरान चंडीगढ़ में संबंधित थाने पर इस बाबत मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।
आरोप है कि मुजफ्फरनगर जनपद के चरथावल थाना क्षेत्र स्थित नगला रई गांव निवासी मतलूब नाम का एक व्यक्ति 7 साल पूर्व विवेक नाम के इस बालक को सहारनपुर से अपने साथ लेकर आया था। आरोप ये भी है कि गांव में आकर विवेक नाम के इस युवक का नाम मोहम्मद उमर रख दिया गया था, जिसके बाद से यह युवक लगातार मतलूब के घर ही रहता आ रहा था। लेकिन इस घटना से पर्दा बुधवार को उस समय उठ गया जब विवेक उर्फ मोहम्मद उमर को चरथावल कस्बे में स्थित जन सेवा केंद्र पर आधार कार्ड में नाम बदलने के लिए लाया गया था। उस समय जब आधार कार्ड के लिए मशीन से डिटेल निकाली गई तो पता चला कि मोहम्मद उमर नाम का ये युवक चंडीगढ़ से लापता विवेक है इसके बाद यह बात कस्बे में आग की तरह फैल गई। जिसके चलते विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए बरामद युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
जिसके बाद जब पुलिस इस मामले की तह तक पहुंची तो जानकारी हुई कि मोहम्मद उमर नाम का ये युवक चंडीगढ़ के रायपुर से लापता हुआ विवेक है ।जिसपर पुलिस ने विवेक के माता-पिता से इस बाबत कांटेक्ट किया तो तब जाकर शुक्रवार को विवेक के माता-पिता चरथावल थाने में पहुंचे थे जहाँ अपने बेटे को देखकर उनकी खुशी का ठिकाना ना रहा।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सोनवीर सिंह का जहां आरोप है कि विवेक नाम के इस युवक को अपहरण कर यहां लाया गया था जिसके बाद इसका धर्म परिवर्तन करने के उद्देश्य से आधार कार्ड में इसका नाम बदलवाया जा रहा था लेकिन समय रहते ही इस मामले का भंडाफोड़ कर दिया गया। तो वही बरामद युवक विवेक के माता-पिता भी अब आरोपियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते नजर आ रहे हैं।
इस मामले में अगर बात पुलिस की करे तो यहां के आला अधिकारियों का कहना है कि बरामद युवक नाबालिग है जिसके चलते बाल संरक्षण बोर्ड के सामने इसको प्रस्तुत किया गया है। जिसके बाद सभी मामलों में बारीकी से जांच पड़ताल कर इसको चंडीगढ़ में न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
इस मामले में जहाँ विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सोनवीर सिंह की माने तो चंडीगढ़ के रायपुर से मुस्लिम एक बच्चे का अपहरण करके लेकर आए एवं उन्होंने उस बच्चे का धर्म परिवर्तन कराया व 7 साल तक अपने पास रखा जबकि उस बच्चे के माता-पिता ने बच्चे के अपहरण की तहरीर चंडीगढ़ के रायपुर कला में लिखवाई थी, इन्होंने 7 साल तक उस बच्चे को रखा एवं प्रधान ने लेटर पैड पर लिखकर उसका धर्म परिवर्तन कराने के उद्देश्य से आधार कार्ड बदलवाने के लिए पुष्टी कर दी कि यह प्रधान मुस्लिम है एवं यह तो उनकी एक पूरी लाइन है जो इस काम में लग रही है, बच्चे के बारे में जब आधार कार्ड चेंज कराया जा रहा था तो अपने हिंदू योद्धाओं को जानकारी हुई, बच्चे का नाम विवेक था एवं उसका नाम मोहम्मद उमर रख रहे थे, वह आधार कार्ड चेंज करने के लिए गए हुए थे तो वहां शिवा जी सेना का एक संगठन है तो उसके कार्यकर्ताओं ने उसे देखा एवं उन्हें इसकी जानकारी हुई और तभी से विश्व हिंदू परिषद सक्रिय हुआ और देर रात तक उनके परिवार के लोगों से संपर्क किया तो माता-पिता हमारे पास आए इसके बाद माता-पिता को लेकर हम थाने में पहुंचे, बच्चे ने लगभग-लगभग माता-पिता को पहचान लिया है एवं सबके नाम बता रहा है और माता-पिता के पास जाने की इच्छा जता रहा है।
तो वही बरामद युवक के पिता वीरेंद्र ने बताया कि मेरा लड़का रायपुर की तरफ से गायब हो गया था एवं वहां से इसको मुसलमानो ने अगवा कर लिया और अगवा करके इसका धर्म परिवर्तन कराया और इसकी खतना कराई, मेरा लड़का सन 2016 में गायब हुआ था एवं जब गायब हुआ था तो इसकी 10 साल की उम्र थी, उसका नाम विवेक है और अब रहीम, अब्दुल्ला बता रहे हैं और आधार कार्ड सही कराते समय ये पकड़े गए हैं तो इसलिए इन पर सख्त कार्रवाई हो क्योंकि हमारे लड़के को ऐसा कर दिया कि उसका दिमाग सही काम नहीं कर रहा है तो मैं योगी बाबा से ही चाहता हूं कि इन पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो, इनको कड़ी से कड़ी सजा जैसे की फांसी होनी चाहिए, मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ और मेरा दिल खुश हो गया है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना चरथावल पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई की एक 17 वर्षीय बालक है जो अपना नाम उम्र बता रहा है लेकिन जो इसका आधार कार्ड में नाम विवेक है। इसमें अभी जांच की जा रही है जो भी चीज निकलकर आएगी उसी के आधार से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी क्योंकि इसमें एक मुकदमा पहले से पंजीकृत है। चंडीगढ़ में भी न्यायालय के सामने इस बच्चे को प्रस्तुत किया जाएगा।