क्या आप चाहती हैं कि आपके पति भी बच्चे पालने और घर के अन्य कामों में आपकी मदद करें ? मदद नहीं मिलने पर आपको गुस्सा आता है और झल्लाहट होती है? ऐसे में आपको उनकी मदद पाने के लिए कुछ तरीके अपनाने होंगे। इससे आपका काम न केवल हल्का हो जाएगा बल्कि खुद के लिए भी थोड़ा वक्त मिल जाएगा।
योजना बनाएं: अपना वर्कलोड कम करने की भरपूर कोशिश करें। रोजाना के कामों की एक लिस्ट बनाएं। इससे आपको पता चल जाएगा कि किन-किन कामों में आपके पति आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आप यह तय कर लेंगी कि घर के कामों में आपके पति की भूमिका क्या रहेगी तो फिर आपको उन्हें जिम्मेदारी देना ज्यादा आसान रहेगा।
सीधे बताएं: कभी यह न सोचें कि आपके पति आपके बिना कहे सब कुछ समझ जाएंगे। उनसे यह उम्मीद कतई न करें कि वह बिना बोले ही बच्चे का डाइपर बदल देंगे या घर का कोई अन्य काम कर देंगे, इसलिए अगर वह कोई काम नहीं कर रहे हैं तो उन पर झल्लाएं नहीं। आप बड़े प्यार से सीधे शब्दों में काम बताएं और यह भी जताएं कि आप उस वक्त कोई दूसरा काम कर रही हैं, इसलिए आपने उन्हें कहा है।
अपने तरीके से करने दें: दो लोगों का काम करने का तरीका बिलकुल अलग-अलग होता है। ऐसा भी हो सकता है कि आप उन्हें कुछ काम करने को कहें और वह उस काम को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दें या फिर करने में बहुत ज्यादा वक्त लगाएं। आप बगैर कोई आलोचना किए उन्हें अपने तरीके से काम करने दें। जब वह काम कर रहे हों तो एक प्यारी सी मुस्कान के साथ उन्हें देखें और काम खत्म होने के बाद धन्यवाद जरूर दें।
दिशा-निर्देश एक-एक करके: पति के ऊपर कभी आदेशों और निर्देशों की झड़ी न बरसा दें। आप एक-एक करके धीरे-धीरे उन्हें काम कहें और जो करवाना होगा, उसके बारे में साफ-साफ समझाएं। आप चाहें तो उन्हें एक ‘टू डू’ लिस्ट भी दे सकती हैं ताकि वह अपने आप ही काम को निपटाते जाएं।
किताबें पढऩे को कहें: विशेषज्ञ की सलाह का असर सभी पर बहुत अच्छा पड़ता है। उन्हें पेरेंटिंग के बारे में अच्छी-अच्छी किताबें पढऩे को दें। उन्हें अपने पितृत्व संबंधी जिम्मेदारियों का ज्ञान आसानी से हो जाएगा। पेरेंटिंग संबंधी कुछ किताबें खरीद कर दोनों साथ भी पढ़ सकते हैं। एकदूसरे की कमियां बड़े प्यार से बताएं। इससे उनके साथ-साथ आपकी पेरेंटिंग स्किल्स भी अच्छी होंगी और दोनों के संबंध भी पहले से प्रगाढ़ होंगे।
उन्हें आता है बच्चों के साथ मजा: पिताओं का बच्चों को पालने का तरीका बिलकुल अलग होता है। वे बच्चों को मजेदार और खेल-खेल में पालना पसंद करते हैं। वे नियम-कायदों को भी थोड़ा परे रखने की कोशिश करते हैं। आप अपने पति को बच्चे को इसी अंदाज में पालने के लिए प्रोत्साहित करें। वैसे भी अगर वो बच्चों की देखभाल कर रहे हैं तो यह उनका एक तरह से घर के काम में हाथ बंटाना ही है।