बेंगलुरु। भाजपा के प्रदेश महासचिव प्रीतम गौड़ा ने शनिवार को कहा कि वक्फ संपत्तियों से जुड़े मुद्दों के समाधान की मांग को लेकर 21 नवंबर या 22 नवंबर को कर्नाटक भर में डिप्टी कमिश्नरों के कार्यालयों (डीसी कार्यालयों) के सामने विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। बेंगलुरु में राज्य भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, “हजारों प्रभावित व्यक्तियों और किसानों को अपनी शिकायतें प्रस्तुत करने के लिए पूरे दिन मंच पर आमंत्रित किया जाएगा। हम जिलेवार मुद्दों की गंभीरता की समीक्षा करेंगे।” राज्य भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने इन चिंताओं को दूर करने के लिए पहले ही तीन टीमों की घोषणा कर दी है।
एक टीम का नेतृत्व खुद विजयेंद्र करेंगे जबकि अन्य दो का नेतृत्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष चालावाड़ी नारायणस्वामी करेंगे। ये टीमें किसानों, धार्मिक संस्थाओं और जनता की शिकायतों को सुनने के लिए जिलों में जाएंगी और उनके निष्कर्षों पर आगामी बेलगावी विधानसभा सत्र में चर्चा की जाएगी। प्रत्येक टीम में तीन केंद्रीय मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा, जगदीश शेट्टार और बसवराज बोम्मई जैसे वरिष्ठ नेता और अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। ये टीमें कम से कम 8-10 जिलों का दौरा करेंगी, मुद्दों को समझेंगी और विधानसभा में वास्तविक समस्याओं को उजागर करेंगी।
उन्होंने कहा कि दौरे दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होंगे। बेलगावी शीतकालीन सत्र के दौरान प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में किसानों सहित 50-60 हजार लोगों का विशाल विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। प्रीतम गौड़ा ने बताया कि वक्फ संपत्तियों से जुड़े मुद्दों की सुनवाई जिला, होबली और पंचायत स्तर पर की जा रही है।
किसानों में नए विवादों और चुनौतियों के बारे में जागरूकता पैदा की जा रही है। राज्यव्यापी वक्फ संपत्ति के मुद्दों का तार्किक समाधान खोजने के लिए प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र के नेतृत्व में एक व्यवस्थित योजना विकसित की गई है। कानूनी लड़ाई में सहायता के लिए हर जिले में वकीलों सहित पांच सदस्यीय टीमों का गठन किया गया है। भाजपा नेता प्रीतम गौड़ा ने कहा कि ये टीमें हर जिले में धार्मिक नेताओं सहित प्रमुख हस्तियों से मुलाकात करके ‘हमारी भूमि-हमारा अधिकार’ विषय के तहत जन जागरूकता पैदा करने का काम करेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले को लेकर पार्टी में कोई भ्रम नहीं है। वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल भी इन प्रयासों का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वक्फ से जुड़े मुद्दों के कारण किसानों, धार्मिक संस्थाओं और आम जनता को परेशानी न हो। हम सब मिलकर तार्किक समाधान खोजने का काम करेंगे।
” उन्होंने यह भी कहा कि इस आंदोलन में पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ता भी शामिल हैं। वर्तमान और पूर्व सांसद और विधायक इस विरोध-प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग लेंगे। तीन उपचुनावों के नतीजों के बारे में प्रीतम गौड़ा ने एनडीए गठबंधन की जीत पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि चन्नपटना से निखिल कुमारस्वामी के 25-30 हजार वोटों के अंतर से जीतने की उम्मीद है।