गाजियाबाद। इंदिरापुरम में 10 अगस्त की रात घड़ी के शोरूम का शटर उखाड़कर तीन करोड़ की कीमत की घड़ियां चोरी करने की घटना का क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम और इंदिरापुरम पुलिस ने बृहस्पतिवार को खुलासा किया है। बिहार के घोड़ासहन के चादर गैंग के 10 बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने गिरोह के दो बदमाशों संतोष कुमार जायसवाल और रोहित कुमार पासवान को गिरफ्तार कर उनके पास से 46.36 लाख की कीमत की 125 ब्रांडेड घड़ियां बरामद की हैं। आठ फरार बदमाशों की तलाश के लिए टीमें लगी हैं।
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि बिहार के मोतिहारी के घोड़ासहन निवासी संतोष और रोहित ने पूछताछ में बताया कि वे पहले मुर्गा मछली फ्राई करने की रेहड़ी लगाते थे लेकिन ज्यादा कमाई नहीं होने के कारण काम छोड़ दिया। घोड़ासहन में चोरी करने के कई गिरोह चलते हैं जो अलग-अलग राज्यों में घटनाएं करते हैं। संतोष ने बताया कि उसकी मुलाकात सचिन व सिराज से हुई और उनके साथ काम करने लगा। पूर्व में उसने सिराज के गैंग के साथ उत्तराखंड के ज्वालापुर हरिद्वार में मोबाइल के शोरूम में वारदात की थी। जिसमें गिरोह के नौ सदस्य गिरफ्तार हुए।
वह फरार था तो उस पर एक लाख का इनाम भी रखा गया था। जिसके बाद वह पकड़ा गया। जेल से बाहर आने के बाद फिर से गिरोह बनाकर बनाकर वारदात करने लगे। रोहित पासवान ने बताया कि उसने घोड़ासहन के रोहित, राहुल पासवान, नईम उस्ताद और विजय के साथ मिलकर महाराष्ट्र में भी चोरी की वारदात की थी। जिसमें नौ लोग पकड़े गए थे। दोनों ने बताया इंदिरापुरम में 10 अगस्त की रात को उनके साथ सिराज, जितेंद्र उर्फ जीतन साहनी, रोशन, राहुल पासवान, जीतन पासवान, सचिन, प्रमोद और आसामी उर्फ संतोष ने वारदात की। सचिन, प्रमोद और आसामी उर्फ संतोष नेपाल के रहने वाले हैं।