हरिद्वार में आज रात से गंग नहर में जल प्रवाह थम जाएगा। हालांकि हरकी पैड़ी पर स्नान योग्य जल बनाए रखने का सिंचाई विभाग ने दावा किया है। हर वर्ष दशहरे से दीपावली के बीच 20 दिन के लिए गंगनहर बंद कर दी जाती है।
इस दौरान गंगनहर में नहरों,गूलों की मरम्मत, समतलीकरण व गंगनहर पर स्थित जल-विद्युत परियोजनाओं में मरम्मत के काम कराए जाते है। हालांकि इन कार्यों पर हमेशा ही सवाल उठते रहते हैं। हरिद्वार के कारोबारी और गंगासभा भी आजकल बंगाली सीजन होने के कारण इन दिनों गंगा बंदी का विरोध करते हैं। उप्र सिंचाई विभाग का कहना है कि इन दिनों कृषि के लिए जल की जरूरत बहुत कम होती है। इसलिए यह समय ही सिंचाई विभाग के लिए अनूकूल रहता है।
हरिद्वार में सिंचाई विभाग उत्तरी खंड के एसडीओ अनिल कुमार निमेष ने बताया कि अब से थोड़ी देर बाद चरणबद्ध ढंग से थोड़ा थोड़ा कर जलप्रवाह रोका जाएगा और मध्य रात्रि तक जल पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा सभा से हुए समझौते के तहत हरकी पैड़ी पर करीब दो सौ क्यूसेक जल श्रद्धालुओं के स्नान के लिए बनाए रखा जाएगा।