मुंबई। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वीर सावरकर को लेकर की गई टिप्पणी पर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने रविवार को प्रतिक्रिया दी। आनंद दुबे ने कहा, “हम 30 साल से कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ते आए हैं और 2019 के बाद ही उनके मित्र बने हैं। हमने उनको कई बार बताया कि अपनी और हमारी विचारधारा का मेल करवाएं। हम वीर सावरकर का सम्मान करते हैं, लेकिन कांग्रेस नहीं समझती है।
“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तारीफ करने के सवाल पर आनंद दुबे ने कहा, “आरएसएस एक सामाजिक संगठन है। वह सांस्कृतिक और देश हित में काम करता है, हम क्यों तारीफ नहीं करे। उनके अच्छे कामों का हम समर्थन करेंगे। लेकिन अगर कहीं कुनीति, अहंकारी और तानाशाही प्रवृत्ति है, तो हम उनकी आलोचना भी करेंगे। यह राजनीति और लोकतांत्रिक जीवन में हमारा अधिकार है। अगर देवेंद्र फडणवीस अच्छे रहेंगे, तो हम उनसे भी संबंध रखेंगे, वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं।” इंडिया अलायंस से शिवसेना (यूबीटी) के अलग होने के सवाल पर आनंद दुबे ने कहा, “यह कांग्रेस पार्टी के ऊपर है। उनको लगता है कि ‘इंडिया’ गठबंधन नाम से कोई चिड़िया है, तो उनको उसे संभालना चाहिए, नहीं तो चिड़िया उड़ जाएगी।
शिवसेना (यूबीटी) हिंदुत्व और वीर सावरकर का सम्मान करना नहीं छोड़ सकती। वहीं, कांग्रेस इन दोनों चीजों से दूरी बनाकर रहती है। कांग्रेस पार्टी हरियाणा हारी, हमने उनको समझाया। वे महाराष्ट्र बुरी तरह हारे, हमने दोबारा समझाया। अगर उद्धव ठाकरे का चेहरा मुख्यमंत्री के लिए दिया होता तो आज ‘इंडिया’ अलायंस और कांग्रेस पार्टी की यह स्थिति नहीं होती। यह कांग्रेस और उनके नेताओं का अहंकार है।” उन्होंने कहा, “महा विकास अघाड़ी में शरद पवार और उद्धव ठाकरे बहुत अच्छे से समन्वय बनाकर चल रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस की इकाई गंभीर नहीं है। हम उनको नहीं छोड़ रहे, बल्कि वे हमें छोड़कर जा रहे हैं।”