Sunday, December 15, 2024

हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करेंगे- किरेन रिजिजू

नई दिल्ली। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पलटवार किया। उन्होंने वायनाड सांसदी की समझ पर सवाल उठाते हुए कहा पीएम का मंत्र किसी एक दल या ग्रुप के लिए नहीं था। रिजिजू ने कहा, ‘कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी को अभी समझ में नहीं आया होगा। वह अभी नई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए 11 मंत्र दिए हैं।

 

डा. सुनील तेवतिया होंगे मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सोमवार को लेंगे चार्ज

 

वह किसी एक दल या किसी ग्रुप के लिए नहीं है। पीएम मोदी द्वारा दिया गया मंत्र सभी के लिए है।“ आगे बोले, इस मंत्र के साथ सभी को जुड़ना चाहिए। मैं समझता हूं कि विकसित भारत को साल 2047 तक प्राप्त करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने जो आह्वान किया है। इससे सभी को जुड़ना होगा। मैं समझता हूं कि हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी जिस सोच के साथ काम कर रहे हैं हम सभी लोग उनके साथ हैं। 14 दिसंबर को लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने निरंतर संविधान की अवमानना की है। संविधान के महत्व को कम किया।

 

मुज़फ्फरनगर में रैन बसेरे में हो रही थी अवैध वसूली, चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरुप ने एनजीओ पर ठोका जुर्माना

 

कांग्रेस का इतिहास इसके अनेक उदाहरणों से भरा पड़ा है।“ पीएम मोदी कांग्रेस पर संविधान का गला घोंटने का आरोप लगाते हुए कहा, “आर्टिकल 370 के बारे में तो सबको पता है, लेकिन 35-ए के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। भारत के संविधान का अगर कोई पहला पुत्र है तो ये संसद है, लेकिन उसका भी उन्होंने गला घोंटने का काम किया। 35ए संसद में लाए बिना, उन्होंने देश पर थोप दिया। हमारा संविधान भारत की एकता का आधार है। विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए सबसे बड़ी आवश्यकता भारत की एकता है।”

 

इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता पहुंची हाईकोर्ट, अग्रिम जमानत की लगाई याचिका

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 11 संकल्प रखे थे। जिसमें कर्तव्यों का पालन, सबका साथ-सबका विकास, भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस, देश के कानून, नियम एवं परंपराओं के पालन में नागरिकों में गर्व का भाव, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, देश की राजनीति को परिवारवाद से मुक्त कराना, संविधान का सम्मान, धर्म के आधार पर आरक्षण की हर कोशिश पर रोक, महिला नेतृत्व, राष्ट्र का विकास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत का ध्येय सर्वोपरि की बात थी।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय