चंडीगढ़। वन रैंक वन पेंशन को लेकर दिल्ली में हो रही रैली में भाग लेने के लिए पंजाब से दिल्ली जा रहे सैनिकों को पंजाब-हरियाणा के शंभू बार्डर पर रोक लिया गया। जिसके बाद गुस्साए पूर्व सैनिक रेल की पटरियों पर ही बैठ गए। जिसके चलते अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन से निकलने वाली गाड़ियां प्रभावित हुईं।
पंजाब से बड़ी संख्या में पूर्व फौजी वाहनों पर सवार होकर दिल्ली के लिए निकले थे, लेकिन शनिवार को उन्हें शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया। वन रैंक वन पेंशन के अलावा अन्य मांगों को लेकर यह सभी रिटायर फौजी दिल्ली की तरफ जा रहे थे। बॉर्डर पर तैनात पुलिस ने सूचना मिलने के बाद इन्हें दिल्ली नहीं जाने दिया। इस दौरान करीब एक घंटे तक पूर्व फौजी व पुलिस कर्मचारी आपस में उलझते रहे। कोई नतीजा न निकलने पर पूर्व सैनिकों ने रेलगाड़ियां रोक दी। पूर्व सैनिक पानी की टंकी पर चढ़ गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पूर्व सैनिकों के हंगामे को देखते हुए पंजाब-हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पंजाब के घनौर से नायब तहसीलदार हरीश कुमार तथा हरियाणा के अंबाला से पुलिस व सिविल प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूर्व सैनिक दिल्ली कूच की मांग पर अड़े हुए हैं। जिस कारण पिछले पांच घंटे से रेल व सड़क मार्ग बाधित है। दोनों प्रदेशों के अधिकारी पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत में जुटे हुए हैं।