भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जन्माष्टमी का त्योहार हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन मथुरा नगरी में कंस के कारागार में देवकी और वसुदेव के आठवें पुत्र के रूप में भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। श्री कृष्ण ने कंस जैसे दुष्टों का नाश करने और धरती पर धर्म की स्थापना के लिए जन्म लिया था। उनका सारा बचपन गोकुल और नंदगांव में बीता। इसके बाद मथुरा आकर उन्होंने कंस का वध किया और यदुवंश की राजधानी के रूप में द्वारका नगरी बसाई। जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की विशेष पूजा की जाती है। मध्यरात्रि को 12 बजे कान्हा के जन्म के समय उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कई जगहों पर दही हांडी और श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।