जीवन है तो सुविधाएं भी होंगी और असुविधाएं भी, कष्ट भी मिलेगा और आरामदायक स्थितियां भी। आरामदायक स्थितियां जहां अवसर समाप्त करती हैं, वहीं कंटक पूर्ण स्थितियां अवसर की उत्पत्ति का मुख्य स्रोत होती है। हर समस्या में उनके समाधान के बीज निहित होते हैं।
प्रत्येक संकट में एक अवसर और नई खोज छिपी होती है। बस इसके लिए संकट के समय धैर्य और सूझबूझ की आवश्यकता होती है। यह कार्य थोड़ा कठिन है, क्योंकि परेशानी के समय अधिकांश लोग हड़बड़ा जाते हैं और अर्थ का अनर्थ कर बैठते हैं।
बिरले लोग ही संकट से पार पाते हैं और जो इन्हें सुलझाना सीख लेते हैं वें इतिहास रच देते हैं। यह कोई नई बात नहीं है कि संकट से अवसर निकलते हैं। ऐसा सदियों से होता रहा है और आगे भी होता रहेगा। संकट केवल उनके लिए समस्या उत्पन्न करते हैं, जो उनमें समस्याएं देखते हैं।
हर कार्य हर वस्तु में आप अच्छाई देखने वालों के लिए संकट सदा ही सफलता का मार्ग बनते हैं। यदि आप चाहते हैं कि कुछ ऐसा कार्य करे, जिसकी सराहना सर्वत्र हो तो अभी से संकट के मार्ग को तलाशना आरम्भ कर दें।
अवसर उसका अगला पडाव है और प्रगति मंजिल। जो संकटों में रहकर मुस्कुराना जानते हैं, उनके बीच में रहकर जीना जानते हैं वही आने वाले समय में बड़ी सफलता के अधिकारी होंगे।