गाजियाबाद। डासना में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पुल के नीचे कार में भ्रूण लिंग जांच करने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई कर आरोपी दलाल मीनाक्षी उर्फ मीनू को पकड़ लिया। आरोपी महिला संजयनगर में ब्लड कलेक्शन सेंटर चलाती है। महिला से 500 रुपये बरामद हुए हैं। अल्ट्रासाउंड करने वाला आरोपी एएम गौड़ अपनी गाड़ी सहित भाग निकला। मामले की रिपोर्ट मसूरी थाने में दर्ज कराई है।
पीसीपीएनडीटी के नोडल डॉ. अनुराग संजोग ने बताया कि सोनीपत के एसीएमओ डॉ. सुमित कौशिक और एसएमओ डॉ. जितेंद्र की टीम ने डिकाॅय के सहयोग से लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह को पकड़ने की योजना बनाई गई थी। महिला डिकॉय का फोन पर संपर्क मीनाक्षी उर्फ मीनू त्यागी से हुआ। भ्रूण लिंग जांच कराने के लिए मीनाक्षी व डिकॉय के बीच 16 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। पहले उसने महिला डिकॉय से 35 हजार रुपये मांगे थे।
मीनाक्षी, महिला डिकॉय को गाड़ी में बैठाकर डासना में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंची। वहां पुल के नीचे एक कार खड़ी थी। उस दौरान कार के अंदर एएम गौड़ नाम के युवक ने बिना किसी कागजी कार्रवाई के महिला का अल्ट्रासाउंड किया और गर्भ में बेटा बताया। इसके तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पुल के नीचे पहुंची। आरोपी चालक गाड़ी सहित भाग गया।