शाहपुर। क्षेत्र के गांव गोयला निवासी उपेंद्र व रविंद्र का मकान है। बुधवार को उपेंद्र अपने घर पर ही था उसका भाई रविंद्र खेत पर गया हुआ था, जबकि उनकी 65 वर्षीय माता सत्तो उर्फ सतबीरी घर में कपड़े धो रही थी कि अचानक उनके मकान की छत का लिंटर भरभरा कर गिर गया, जिसमें उनकी माता 65 वर्षीय सत्तो उर्फ सतबीरी दब गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई ।
घटना के समय उपेंद्र भी मकान पर ही मौजूद था, जैसे ही लेंटर भरभरा कर गिरा, तो उसने भाग कर जान बचाई। लिंटर के नीचे लाखो रुपये की कीमत का ट्रैक्टर ट्राली, बाइक, अनाज व अन्य खाने पीने का सामान भी दब गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत कराया, जिसके बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे।
पुलिस, दमकल कर्मियों व ग्रामीणों ने मिलकर दबी महिला को लिंटर के नीचे से बाहर निकाला। सूचना पर एसपी देहात आदित्य बंसल, उप जिलाधिकारी बुढ़ाना संजय सिंह, सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह आदि मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी बुढ़ाना ने परिजनों से दबे सामान की जानकारी की।
ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी बुढ़ाना से पीडि़त को मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि मकान के बराबर में खाली प्लाट है, जिसमें कुड़ी आदि पड़ी हुई है। गत मंगलवार को हुई भारी बारिश के चलते खाली प्लाट में एकत्रित हुआ बरसात का पानी मकान की दीवारों में चला गया, जिसके चलते बुधवार को मकान की दीवारें क्षतिग्रस्त हुई और दीवारों के क्षतिग्रस्त होते ही लिंटर भर-भराकर गिर गया।