अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को यहां अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में मंत्रिमंडल की बैठक हुई।
बैठक में योगी ने कहा “ आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट अयोध्या धाम आई है।”
उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर आज अहम 14 फैसले हुये। बैठक में केंद्र और राज्य सरकार की 30,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की 178 योजनाएं पहले से ही अयोध्या में चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2017 में शपथ ग्रहण के बाद लगातार अयोध्या के दौरे करते रहे हैं। यहां पर हर साल दिवाली के अवसर पर होने वाला दीपोत्सव विश्व भर में नगर की पहचान बन चुका है तथा अयोध्या आज पूरे विश्व में आकर्षण का केंद्र बनी है।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कैबिनेट के निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया “ बैठक में 14 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। आज कैबिनेट बैठक में 14 महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाए गए। पहला प्रस्ताव उत्तर प्रदेश में अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना का था। हमने राज्य स्तर पर इस प्राधिकरण को बनाने का निर्णय लिया है। हमारा संकल्प है कि अयोध्या को विश्व मानचित्र पर नई पहचान मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। जिसमें अयोध्या जी तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के गठन को मंजूरी दी गई है, अयोध्या के माझा जमथरा गांव में 25 एकड़ भूमि पर भारतीय मंदिर वास्तुकला संग्रहालय की स्थापना, इनलैंड वाटर वे प्राधिकरण के गठन,मां पटेश्वरी देवीपाटन विकास परिषद का गठन, मुजफ्फरनगर में शुकतीर्थ विकास परिषद के गठन, अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप मे विस्तारित करके स्थापित करने,हाथरस मे दाऊजी लक्खी मेला को प्रांतिकरण करने के प्रस्ताव शामिल हैं।
बैठक में वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य, गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविन्द शर्मा, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नन्दी, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, मत्स्य मंत्री संजय निषाद, परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह आदि मंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक का संचालन मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने किया तथा सम्बंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव एवं मुख्य सचिव भी उपस्थित थे। जिसमें मुख्य रूप से अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मंत्रिपरिषद की बैठक में मौजूद रहे।