मुजफ्फरनगर। भाई के हत्यारों को सजा दिलाने एवं न्याय की तलाश में पिछले चार सालों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही पीडि़त महिला, मगर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्यवाही तो दूर की बात, कोई किसी प्रकार का आश्वासन भी नहीं दिया गया।
पीडि़त महिला ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खाकीधारी अब तिजोरी के पहरेदार बन चुके हैं, जिन्हें सच और झूठ में फर्क भी नजर नहीं आ रहा है। महमूद नगर निवासी पीडि़त परिवार ने खाकीधारियों द्वारा कार्यवाही की आड़ में किए जा रहे शोषण का व्याख्यान किया।
पीडि़त महिला ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन अब चंद रुपयों के लालच में गुनहगारों को बेगुनाह साबित करने में लगा हुआ है और पीडि़तों को डरा धमका कर शांत करने के लिए प्रयास कर रहा है। पीडि़त परिवार ने पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन से न्याय की आस लगाते हुए मांग की है कि जल्द से जल्द हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजा जाए ताकि जनता का विश्वास खाकी पर बना रहे।
पीडि़त महिला रुबीना का कहना है कि यदि गरीबों को इंसाफ नहीं मिलेगा तो वह कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि सूबे में भाजपा की योगी सरकार में छोटे से लेकर बड़े अपराधियों तक अपराधिक दुनिया के सभी बाशिंदे हिले हुए हैं, मगर कुछ अपराधियों को खाकी धारियों का संरक्षण मिल रहा है जो आज भी बड़े-बड़े अपराध करने के बाद सड़कों पर खुले घूम रहे हैं और पीडि़त परिवार बेगुनाह होते हुए भी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर छिपता हुआ घूम रहा है।
पीडि़त महिला ने बताया कि जुर्म की दुनिया का बादशाह कहे जाने वाले बदमाश सोनू सक्का ने उनके भाई की निर्मम हत्या कर दी थी जिस के आरोप में उनके छोटे भाई दिलशाद को फंसा कर सोनू सक्का फरार हो गया था। पीडि़त रुबीना का कहना है कि सोनू सक्का से उनके परिवार को जान माल का खतरा है। वहीं उन्होंने बताया कि सोनू सक्का की गिरफ्तारी एवं 2020 में हुए निर्मम हत्या कांड का खुलासा करने की गुहार कई बार पुलिस प्रशासन से की जा चुकी है, मगर तिजोरी के पहरेदार बने खाकी धारियों के सिर पर जूं तक नहीं रेंग रही जिस कारण सोनू सक्का जैसे अपराधियों के हौसले बुलंदियों को छू रहे हैं।