गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शुक्रवार को गाजीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। सत्यदेव कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजभर को सड़कों की खराब गुणवत्ता पर सवालों का सामना करना पड़ा।
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पत्रकारों ने मंत्री से गाजीपुर की कुछ सड़कों की खराब गुणवत्ता की शिकायतों पर सवाल किया। मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार लखनऊ और दिल्ली से सड़क निर्माण के लिए पैसा भिजवाती है, ताकि जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में लापरवाही होने पर जांच की जाती है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होती है।
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इसी दौरान किसी ने टिप्पणी की कि ठेकेदार पहले ही मंत्री को हिस्सा दे देते हैं। यह सुनते ही ओम प्रकाश राजभर भड़क गए। उन्होंने गुस्से में कहा, “अगर कोई ठेकेदार कह दे कि उसने मुझे पैसा दिया है, तो मैं उसे जूते से मारूंगा।” उन्होंने चुनौती दी कि ऐसे किसी ठेकेदार को उनके सामने लाया जाए।
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मंत्री का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने सार्वजनिक मंच से गाली-गलौज तक कर दी। उनका कहना था कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं और ऐसे आरोप लगाने वालों को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
मंत्री ओम प्रकाश राजभर का यह पूरा वाकया कैमरे में कैद हो गया और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग उनके इस रवैये की आलोचना कर रहे हैं, जबकि कुछ समर्थक उनके बयान को उनके ईमानदार छवि से जोड़कर देख रहे हैं।
मंत्री राजभर ने अपनी सफाई में कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और किसी भी तरह के आरोप को सहन नहीं करेंगे। हालांकि, विपक्ष और कुछ स्थानीय लोगों ने इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की है।