Tuesday, November 5, 2024

जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के प्रतिनिधियों ने जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी का किया भव्य स्वागत

मेरठ। जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू-कश्मीर के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी से स्नेहपूर्ण मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले सुरेंद्र चौधरी के उपमुख्यमंत्री बनने पर उनका स्वागत और अभिनंदन करना था। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष मनु चौधरी “दाँतल” और प्रदेश प्रतिनिधि अंकित बालियान के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर पहुँचा।

 

सलमान को फिर धमकी, लॉरेंस का सहयोगी बता कर मांगी 5 करोड़ की रंगदारी

 

 

जाट समुदाय के पहले व्यक्ति के रूप में उपमुख्यमंत्री बने सुरेंद्र चौधरी का सम्मान करने के लिए समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराजा सूरजमल की तस्वीर भेंट की गई और चौधरी को पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। सुरेंद्र चौधरी, जो जम्मू की नौशेरा विधानसभा से विधायक हैं, का यह अभिनंदन जाट समुदाय के लिए ऐतिहासिक क्षण है। जम्मू-कश्मीर में जाट समाज की लगभग चार से पाँच लाख की आबादी है, और सुरेंद्र चौधरी का उपमुख्यमंत्री बनना इस समुदाय के लिए गर्व का विषय है।भाजपा के नव निर्वाचित विधायक विक्रम रंधावा का भी सम्मान किया गया। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद, जो 150 देशों में सक्रिय है, ने इस आयोजन के माध्यम से जाट समाज में एकता और समरसता का संदेश दिया।

 

 

अल्मोड़ा बस हादसे में अब तक 20 शव खाई से निकाले गए, संख्या बढ़ने की आशंका

 

इस डेलीगेशन में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामावतार पलसानिया, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मनु चौधरी “दाँतल,” हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. नवीन नैन भालसी, उत्तराखंड के अध्यक्ष टोनी वर्मा, उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि अंकित बालियान, हरियाणा से सुरेश सिरोही जैलदार, अजय नैन, पानीपत अध्यक्ष प्रवीण जागलान, राजस्थान के प्रतिनिधि पवन चौधरी, जतिन चौधरी, अमृतलाल नांदल, मनोज श्योराण, नवनीत रोज खेड़ा, सिद्धार्थ तोमर और रोहित पँवार सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

सांसद पप्पू यादव को धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार, किसी गिरोह से संबंध नहीं

 

अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण, जाट इतिहास, सामाजिक भाईचारे और समरसता के लिए लंबे समय से कार्यरत है। इस संगठन का लक्ष्य जाट समाज के उत्थान और उन्हें एकजुट करना है, और यह समारोह इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय