नोएडा। थाना जारचा क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव में हुए खूनी संघर्ष के मामले में लापरवाही पाए जाने पर अल्ट्राटेक चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
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अपर पुलिस उपायुक्त अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 20 जनवरी को बिसाहड़ा गांव में रहने वाले सुमित और हिमांशु पक्ष में झगड़ा हो गया था। आरोप है कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर पर तलवार, पत्थर, अवैध हथियार से हमला कर कई लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस मामले में पीड़ित ने ग्राम प्रधान समेत 37 लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 5 दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला की चौकी इंचार्ज अभिनव वर्मा द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वहन ठीक से नहीं किया गया। उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती। उन्होंने बताया कि चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
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बता दें कि ग्राम बिसाहड़ के रहने वाले जीतपाल सिंह पुत्र अजब सिंह ने थाने में बिसाहड़ा के नरेंद्र, सुमित, हरवीर, शिवम, विष्णु, शेखर, बॉबी, अनुराग, विशाल, निशांत शर्मा, प्रशांत, देवेंद्र और 25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पीड़ित ने हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था। पीड़ित का आरोप था कि उसका भाई हिमांशु सिसोदिया 20 जनवरी को सुबह के समय घर पर मौजूद था, तभी गांव के वर्तमान प्रधान नरेंद्र अपने साथियों के साथ उसके घर पर आया तथा अचानक जान से मारने की नियत से हमला कर दिया। ग्राम प्रधान के हाथ में डंडा और रिवाल्वर थी, जिससे उसने फायरिंग की। उसके भाई को पीटना शुरू कर दिया।
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सुमित के हाथ पर तलवार से हमला कर दिया। पीड़ित के अनुसार उनकी मां विमला देवी, बहन शिवानी जब सुमित को बचाने के लिए आई तो उनके साथ भी मारपीट की। पीड़ित का आरोप है कि जब उसके परिजन मोबाइल फोन और टैबलेट से वीडियो बना रहे थे तो आरोपियों ने टैब और मोबाइल फोन छीन लिया, तथा उनकी मां और बहन को जान से मारने की कोशिश की। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।