नई दिल्ली। लड़ाकू विमान जे-10 बनाने वाली चीनी डिफेंस कंपनी एविक चेंग्दू एयरक्राफ्ट के शेयर करीब 12 प्रतिशत फिसल गए हैं। इस लड़ाकू विमान का उपयोग भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान पड़ोसी देश के द्वारा किया गया था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफलतापूर्वक समाप्त होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संबोधन के बाद एविक चेंग्दू एयरक्राफ्ट के शेयर प्राइस में गिरावट दर्ज की गई। बीते एक हफ्ते में चीनी डिफेंस कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, भारतीय डिफेंस कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई है।
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एविक चेंग्दू एयरक्राफ्ट कंपनी का शेयर 95.86 युआन पर बंद हुआ था। वहीं, गुरुवार को चीनी डिफेंस कंपनी का शेयर 85 युआन पर था, जो कि बीते तीन कारोबारी सत्रों में 11.50 प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है। इससे पहले अन्य चीनी डिफेंस कंपनी जुझोउ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प लिमिटेड के शेयर में भी गिरावट दर्ज की गई थी। जुझोउ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प लिमिटेड, वही कंपनी है, जिसकी मिसाइल ‘पीएल-15’ को पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने मार गिराया था।
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पीएल-15 एक एयर-टू-एयर मिसाइल है, जिसका इस्तेमाल जेएफ-17 और जे-10 फाइटर जेट द्वारा किया जाता है। दूसरी तरफ भारतीय डिफेंस सेक्टर के मार्केटकैप में जोरदार 86,211 करोड़ रुपए की बढ़त देखने को मिली है। भारत की बड़ी डिफेंस कंपनियों को ट्रैक करने वाला निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स मिलिट्री एक्शन की शुरुआत के बाद से 9.39 प्रतिशत बढ़ चुका है। इस अवधि में निफ्टी में मात्र 1.98 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
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इस दौरान देश की प्रमुख डिफेंस कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने मार्केट कैप में 23,683 करोड़ रुपए जोड़े हैं। वहीं, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और भारत डायनामिक्स का बाजार पूंजीकरण क्रमश: 21,654 करोड़ रुपए और 12,345 करोड़ रुपए बढ़ चुका है। इसके अलावा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और सोलार इंडस्ट्रीज के मार्केटकैप में क्रमश: 9,971 करोड़ रुपए और 6,859 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।