मेलबर्न। टेस्ट क्रिकेट के 150 साल पूरा होने पर क्रिकेट खेलने वाले दो सबसे पुराने देश ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड टेस्ट मैच खेलेंगे। यह एकमात्र टेस्ट मार्च 2027 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) के ऐतिहासिक मैदान में खेला जाएगा। इससे पहले भी टेस्ट क्रिकेट के 100 साल पूरा होने पर इसी मैदान पर मुकाबला खेला गया था। टेस्ट क्रिकेट के 100 साल पूरा होने पर इन्हीं दोनों देशों के बीच 1977 में टेस्ट मैच का आयोजन किया गया था।
इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीता था। 1877 में हुए पहले टेस्ट मैच को भी ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीता था। इसके साथ यह भी समझौता हुआ अगले सात सालों तक बॉक्सिंग डे टेस्ट मेलबर्न तो नए साल का टेस्ट सिडनी में ही आयोजित होगा। 2030-31 सीजन तक हुए इस समझौते के अनुसार क्रिसमस से तुरंत पहले का टेस्ट ऐडिलेड जबकि सीजन का पहला टेस्ट पर्थ में आयोजित होगा। हालांकि पर्थ ने सिर्फ़ अगले तीन साल के लिए ही क़रार किया था।
इसका मतलब यह भी है कि अगले साल का एशेज पारंपरिक गाबा, ब्रिस्बेन की मैदान की जगह पर्थ में आयोजित होगा। 2032 के ओलंपिक को देखते हुए गाबा के स्टेडियम में निर्माण कार्य चल रहा है और इस दौरान वहां बहुत कम टेस्ट होंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉकले ने कहा, “हमें विश्वास है कि यह कार्यक्रम सुनिश्चित करता है कि देश भर में सही समय पर सर्वश्रेष्ठ स्थानों पर सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेला जाएगा, जिसमें प्रतिष्ठित टेस्ट मैचों का शानदार मिश्रण, वेस्ट टेस्ट और क्रिसमस टेस्ट जैसे नए ब्लॉकबस्टर और रोमांचक डे-नाइट फ़िक्स्चर शामिल हैं। “मार्च 2027 में एमसीजी में 150वीं वर्षगांठ टेस्ट मैच, दुनिया के महान खेल मैदानों में से एक में खेल के शिखर प्रारूप का एक अद्भुत उत्सव होगा और हम उस ऐतिहासिक अवसर पर इंग्लैंड की मेजबानी करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”