नोएडा। फर्जी एवं कूटरचित प्रपत्र के माध्यम से नोएडा प्राधिकरण की एफडी बनाकर 3 करोड़ 90 लाख रूपये की धोखाधडी करने वाले 25 हजार रुपए एक इनामी बदमाश वरूण कुमार त्यागी पुत्र ओमकार त्यागी को आज क्राइम ब्रांच नोएडा और थाना सेक्टर-58 पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए राम नगर एक्सटेंशन थाना मानसरोवर पार्क दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
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डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 4 जुलाई 2023 को थाना सेक्टर-58 नोएडा पर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एफआईआर अंकित करायी गई थी कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा अपने बैंक खातों में जमा धनराशि को अधिकत्तम ब्याज देने के आधार पर बैंक ऑफ इण्डिया सेक्टर-62 को 200 करोड़ की एफडी को स्वीकार किया गया। इस संबंध में 21 जून 2023 को बैंक खाता संचालन के लिए पत्र निर्गत किया गया। बैंक ऑफ इण्डिया सेक्टर-62 द्वारा अपने पत्र 23 जून 2023 एवं ई-मेल के द्वारा बैंक खाता खोले जाने की पुष्टि की गयी।
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इसके बाद प्राधिकरण द्वारा 100-100 करोड़ की धनराशि 26 जून 2023 को एचडीएफसी बैंक सेक्टर-18 शाखा एवं इण्डियन बैंक सेक्टर-61 के खातों से भेजकर कुल धनराशि 200 करोड़ की एफडी बनाकर कर नोएडा प्राधिकरण को उपलब्ध कराने को कहा गया। इस संबंध में बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा 100-100 करोड़ की दो एफडी 26 जून 2023 की मूल प्रति को प्राधिकरण को उपलब्ध करायी गयी।
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उन्होंने बताया कि 3 जुलाई 2023 को बैंक ऑफ इण्डिया शाखा सेक्टर-62 द्वारा दिये गये एफडी की पुष्टि करने के लिये प्राधिकरण के कर्मचारी जब बैंक शाखा आए तो पता चला कि बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा नोएडा प्राधिकरण के खाते में जमा धनराशि 200 करोड़ की एफडी नहीं बनवायी गयी, बल्कि उस खाते से 30 जून 2023 को 3.90 करोड़ किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के खाते में जमा धनराशि फ्रीज करते हुए बैंक शाखा द्वारा तत्काल 9 करोड़ के स्थानांतरण को रोक दिया गया तथा प्राधिकरण द्वारा जारी वित्त नियंत्रक एवं अधोहस्ताक्षरी के फर्जी हस्ताक्षर बनाये हुए मिले प्रपत्र तथा उनके मूल हस्ताक्षर वाले प्रपत्र बैंक में नहीं मिले तथा बैंक ऑफ इण्डिया शाखा द्वारा 26 जून 2023 2023 को उपलब्ध करायी गयी 100-100 करोड़ की दो एफडी भी फर्जी एवं कूट रचित बताया गया।
बैंक में प्राधिकरण द्वारा खोले गये खाते को अब्दुल खादर नामक व्यक्ति द्वारा संचालित करना बताया गया। जिससे यह स्पष्ट होता हुआ कि संबंधित बैंक के कर्मियों द्वारा अज्ञात अभियुक्तों के साथ मिलकर फर्जी एवं कूटरचित प्रपत्र एवं एफडी तैयार करते हुये प्राधिकरण को गंभीर आर्थिक क्षति पहुंच गयी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में विभिन्न धाराओं में थाना सेक्टर-58 पर मुकदमा पंजीकृत कर जब जांच शुरू किया गया तो पता चला कि इन लोगों द्वारा धोखाधड़ी के शुरुआती चरण में बैंक खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेजों में जालसाजी की गई। फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अपराधियों ने नोएडा प्राधिकरण के नाम से खाता खोलने के इरादे से बैंक ऑफ इंडिया से संपर्क किया। दुर्भाग्य से नोएडा प्राधिकरण द्वारा बीओआई को जारी किया गया मूल पत्र कभी भी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचा, क्योंकि इसे एक जाली दस्तावेज से बदल दिया गया था। जिन अपराधियों ने यह कृत्य किया उनको पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि जाली दस्तावेज को बीओआई तक पहुंचाने वाले अभियुक्त अब्दुल खादर को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अभियुक्त अब्दुल खादर द्वारा नोएडा प्राधिकरण के खाते के लिए अधिकृत खाता संचालक होने का दावा किया गया था। अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए, इस व्यक्ति ने 30 जून 2023 को बीओआई खाते से 3.9 करोड़ रुपये का हस्तांतरण किया। पूरे ऑपरेशन का मास्टरमाइंड मनु भोला था, जिसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर सारी साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि इस मुकदमे में पहले अभियुक्तों अब्दुल खादर, राजेश पाण्डेय, सुधीर, मुरारी, राजेश बाबू, मन्नू भोला, त्रिदिब दास, राहुल मिश्रा उर्फ गौरव शर्मा तथा अजय कुमार पटेल की पूर्व में गिरफ्तारी की जा चुकी है।