देहरादून। उत्तराखंड में रैट होल माइनर टीम के सदस्य वकील हसन का पूरा परिवार अब सड़क पर आ गया है। उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल में 16 दिन की कड़ी मेहनत के बाद 41 मजदूरों का रेस्क्यू किया गया था। उसमें 12 रैट होल माइनर की अहम भूमिका थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के आखिरी 24 घंटे में रैट होल माइनर की टीम ने ही सुरंग को खोदकर मजदूरों को बाहर निकाला था। अब रैट होल माइनर के उस टीम का नेतृत्व करने वाले वकील हसन के मकान को DDA ने बुधवार को बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया गया है। दीवार घेर कर घर पर जाने का रास्ता भी बंद कर दिया गया है। साथ ही वकील हसन का परिवार डीडीए के खिलाफ धरने पर बैठ गया है।
आज मकान खरीदने के 11 साल बाद उनका पूरा परिवार सड़क पर है, क्योंकि DDA ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की और इनके मकान पर बुलडोजर चला कर उसे जमींदोज कर दिया गया है। मकान के मुख्य प्रवेश को दीवार से घेर दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार अब मकान के सामने ही डीडीए की इस कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठ गया है।
परिवार का कहना है कि वो अब यहां से कहीं नहीं जाएंगे। जब तक DDA उनका मकान इसी जगह पर वापस बना कर नहीं देता है। सर्द रात में सड़क किनारे आग जला कर पूरे परिवार ने रात बिताई है। हसन का पूरा परिवार DDA की इस कार्रवाई से हताश है।