मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को फर्जी प्रश्नपत्र बेचकर अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करने वाले 2 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों अभियुक्तों के कब्जे से 1 डायरी, 2 मोबाईल फोन व 1 गाड़ी भी बरामद की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत, पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत के नेतृत्व में सीओ सिटी व्योम बिंदल एवं प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली नगर महावीर सिंह चौहान ने परीक्षार्थीयों को फर्जी प्रश्नपत्र बेचकर अवैध लाभ अर्जित करने वाले 2 अभियुक्तों को काली नदी के पुल शामली रोड से गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के कब्जे से कब्जे से 1 डायरी, 2 मोबाईल फोन व 1 गाड़ी फोर्ड फिगो डीएल 12 सीबी 3836 बरामद की गयी। अभियुक्तों की गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में पुलिस कार्रवाई में जुटी है। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने नाम व पते सुनील कुमार पुत्र बलवीर निवासी ग्राम बामनौली थाना दोघट जनपद बागपत व अंकित पुत्र किरणपाल निवासी ग्राम बामनौली थाना दोघट जनपद बागपत बताया है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उनका संगठित गिरोह है तथा वे उत्तर प्रदेश में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के कूट रचित फर्जी प्रश्न-पत्र तैयार करते हैं तथा परीक्षार्थीयों को झांसे में लेकर उन्हे परीक्षा का प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराने का लालच देकर बड़ी मात्रा में अवैध धन की वसूली कर अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करते हैं।
इसी तरह उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के कूट रचित फर्जी प्रश्न-पत्र तैयार कर अभ्यर्थीयों को झांसा दे कर उनसे अवैध धन वसूली करने की फिराक मे थे। पूछताछ में पता चला है कि वह दोनों चाचा-भतीजे है और बीते दिवस हुई पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा में भी बडी संख्या में परीक्षार्थियों से मोटी रकम ले रखी थी और उन्हें नकल कराने का आश्वासन दे रखा था।
गिरफ्तार अभियुक्तों का 1 संगठित गिरोह है तथा शातिर किस्म के अपराधी हैं। थाना कोतवाली नगर पुलिस द्वारा अभियुक्तों के विस्तृत आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।