Tuesday, September 17, 2024

मुज़फ्फरनगर में जहरखुरानी गिरोह ने जहर देकर भैंसे को मार डाला, हड़कंप

मोरना। क्षेत्र में जहरखुरानी गिरोह एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। गिरोह के सदस्यों ने करहेडा गांव मे सड़क किनारे बन्धे भैसे को जहरीला पदार्थ खिला दिया, जिससे भैंसे की  मौत हो गई। पीडि़त किसान ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। भैंसे को जहर देने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई आरोपियों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गये हैं।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव करहेडा निवासी किसान टोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार की दोपहर उसने अपने भैंस को घर से बाहर खूंटे पर बांधा हुआ था। अचानक भैंसे की तबीयत बिगड़ गयी। कुछ देर बाद भैंसे की तड़पकर मौत हो गयी। पास में लगे सी सी टी वी कैमरे की फुटेज में पाया गया कि एक युवक द्वारा भैंसे को कोई ज़हरीले पदार्थ खिलाया गया, जिसके कुछ देर बाद भैंसे की दर्दनाक मौत हो गयी।

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पीडि़त किसान टोनी ने बताया कि बाइक सवार दो युवक कपड़े को फेरी लगाकर बेंच रहे थे। एक युवक जिसने अपने हाथ पर कुछ कपडे रखे हुए था। बाइक से उतरकर भैसे को कोई जहरीला पदार्थ डाल दिया। भैसे ने वह खा लिया खाते ही भैसा तडपने लगा, वहां से गुजर रहे ग्रामीण शोर की आवाज सुनकर  बाहर आये, तो भैसे को तडपता देख पशु चिकित्सक को बुलवाया गया। लेकिन तब तक भैसे की मृत्यु हो गई।

भैंसे को जहर देने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पीडित ने तहरीर देकर पुलिस से जहर खुरानी गिरोह को पकडऩे की माग की है। ग्राम प्रधान अमित राठी सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से पीडित किसान को मुआवजा देने की मांग की है।

जहरखुरानी गैंग वर्षो से दे रहा है घटनाओं को अंजाम – गांव देहात में किसान मजदूर अपने पशुओं को चारा खिलाने के बाद बाहर खुले में बांध देते हैं, इसी बात का फायदा जहरखुरानी गिरोह के सदस्य उठाते हैं और खुले में बन्धे पशुओं को किसी पीले रंग के पदार्थ को घास के खिला देते हैं। यह काम गांव में अनजान फेरी वाले बताए जाते हैं,उनके द्वारा किया गया है।

पिछले तीन वर्षों में ककरौली व मोरना क्षेत्र के दर्जनों गांव में सैंकड़ों पशुओं को जहर देकर मारा जा चुका है। जिसमे ककरौली पुलिस द्वारा की गयी जहर खुरानी गैंग के सदस्यों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
बड़ा सवाल यह कि आखिर पशुओं की मौत से किसको फायदा होता है। ग्रामीणों में चर्चाओं के अनुसार मृत पशुओं के मीट की तस्करी की जाती है।

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