नई दिल्ली। सुभाषचंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से उत्तर प्रदेश के 60 पैराशूट फील्ड हॉस्पिटल सम्मानित होंगे। यह भारतीय सशस्त्र बलों का एकमात्र हवाई चिकित्सा प्रतिष्ठान है, जिसे विभिन्न वैश्विक आपात स्थितियों में असाधारण सेवा के लिए मान्यता प्राप्त है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने आपदा के क्षेत्र में देश में व्यक्तियों और संगठनों के अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा को पहचानने और सम्मानित करने के लिए इस वार्षिक पुरस्कार की स्थापना की है।
इसे सुभाषचंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। इस पुरस्कार की घोषणा हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है। इस पुरस्कार में 51 लाख रुपये नकद और प्रमाणपत्र और 5 लाख रुपये व्यक्ति के मामले में और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इस वर्ष 2024 के पुरस्कार के लिए एक जुलाई 2023 से ऑनलाइन नामांकन आमंत्रित किए गए । इनमें से 245 नामांकनों का चयन कर मूल्यांकन किया गया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में देश ने आपदा प्रबंधन प्रथाओं, तैयारियों, शमन और प्रतिक्रिया तंत्र में उल्लेखनीय सुधार किया है। जिसके परिणामस्वरूप प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हताहतों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। केंद्रीय गृहमंत्री लगातार आपदा तैयारियों की समीक्षा करते हैं और समुदाय को प्रशिक्षित करने और जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने के लिए हित-धारकों द्वारा सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर जोर देते हैं।