नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर अहम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पिछले साल मारे गए आतंकवादियों में से 60% पाकिस्तानी मूल के थे। मौजूदा समय में घाटी और जम्मू क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों में से लगभग 80% या उससे अधिक पाकिस्तानी मूल के हैं।
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जनरल द्विवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर 2021 में DGMO के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद से शांति बनी हुई है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेताया कि पाकिस्तान की ओर से आतंकी ढांचे को बनाए रखा गया है और IB सेक्टर से घुसपैठ की कोशिशें अभी भी जारी हैं।
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हाल के महीनों में उत्तरी कश्मीर और डोडा-किश्तवाड़ बेल्ट में आतंकी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। सेना प्रमुख ने कहा कि इन क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा रही है और इनसे निपटने के लिए सुरक्षा बल सतर्क हैं।
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जनरल द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि स्थिति नियंत्रण में है और सेना हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
सेना प्रमुख का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति प्रभावी है, लेकिन पाकिस्तान के आतंकी ढांचे और घुसपैठ की कोशिशों से सतर्क रहना आवश्यक है।