डॉ बालियान ने पशुधन स्वास्थ्य के महत्व को मानव सास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए डब्ल्यूओएएच की एक रिपोर्ट का उल्लेख किया जिसमें निष्कर्ष है कि मनुष्यों में 69 प्रतिशत संक्रमण पशु जनित होते हैं।
सम्मेलन में भारत में पशुधन स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने वाले राष्ट्रीय डिजिटल पशुधन मिशन के महत्व पर प्रकाश डाला गया और इसे विश्वस्तार पर इस तरह के अभियान के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह 4 दिवसीय कार्यक्रम 13 16 नवंबर तक चलेगा।
कार्यक्रम के पहले दिन पशुपालन एवं डेयरी विभाग में सचिव अलका उपाध्याय को डब्ल्यूओएएच का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वह इस फोर में भारत की प्रतिनिधि थीं। उन्होंने कहा कि भारत का राष्ट्रीय डिजिटल पशुधन मिशन दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
सम्मेलन में 24 सदस्य देशों के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ साक्षात उपस्थिति के साथ और अन्य देशों के प्रतिनिधि आडियो विजुअल माध्यम से भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन में डब्ल्यूओएएच महानिदेशक डॉ. मोनिक एलोइट, डब्ल्यूओएएच, एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय आयोग के अध्यक्ष डॉ. बाओक्सू हुआंग और भारत के पशुपालन आयुक्त डॉ. अभिजीत मित्रा तथा एशिया और प्रशांत, जापान के लिए डब्ल्यूओएएच के क्षेत्रीय प्रतिनिधि डॉ. हिरोफुमी कुगिता की विशेष उपस्थित है।