लखनऊ। दीपावली की पूर्व संध्या पर रामनगरी अयोध्या के सरयू घाट पर दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया गया। इस दीपोत्सव में 22 लाख 23 हजार दीये अलग-अलग घाटों पर जलाकर एक रिकॉर्ड बनाया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई नेता और संतों से लेकर आम जनता ने शिरकत की।
दीपोत्सव में 22 लाख 23 हजार दीये सरयू नदी के घाट पर जलाए गए। जिसके बाद एक बार फिर सरयू घाट पर रिकॉर्ड बन गया है। इसके अलावा लेजर शो, आतिशबाजी भी की गई। सरयू नदी पर दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान लेजर शो के जरिए रामलीला का आयोजन किया गया।
पिछले वर्ष 2022 में प्रज्ज्वलित 15.76 लाख दीपों से इस बार यह संख्या लगभग छह लाख 47 हजार अधिक रही। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस ‘भव्य दीपोत्सव’ को देखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया। कीर्तिमान रचने में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय व इससे जुड़े महाविद्यालयों के शिक्षक, इंटर कॉलेजों के शिक्षक व छात्रों, स्वयंसेवी संस्थाओं की बड़ी भूमिका रही।
दीप प्रज्ज्वलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जाप के साथ एक-एक कर 22.23 लाख दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से ड्रोन की गणना के उपरांत एग्जीक्यूटर स्वप्निल दंगारीकर व कन्सल्टेंट निश्चल बरोट द्वारा यह जानकारी दी गई। इससे पहले विगत वर्ष भी दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र सौंपे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूची अयोध्या का अभिवादन किया। 54 देशों के राजनयिक भी इसके साक्षी बने।
बता दें कि 2017 में अयोध्या में 1.71 लाख, 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख, 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर रिकॉर्ड बना था।