कानपुर। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से हवाओं पर भी असर पड़ा है और अब उत्तर पश्चिम की जगह उत्तर पूर्वी हवाएं चलने लगी। इससे आसमान में छट रही धुंध में कमी आ सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि हवाओं की दिशाएं बदलने से तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा और सुबह व शाम सर्दी बढ़ेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि 14 नवंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और 16 नवंबर के आसपास मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्य अरब सागर से जुड़कर एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश के आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और धुंध के साथ प्रदूषण भी परेशान करेगा।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 27.4 और न्यूनतम तापमान 15.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 88 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 71 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 3.1 किमी प्रति घंटा रहीं। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के बादलों की आवाजाही बनी रहेगी, किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस का उतार चढ़ाव बना रहेगा।