लखनऊ। पीएम मोदी के पिता पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है।
लखनऊ महानगर के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने सोमवार को हजरतगंज कोतवाली तहरीर दी। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा पर मुकदमा दर्ज किया गया। बता दें कि कुछ दिन पहले PM मोदी के पिता पर टिप्पणी की थी। इसी मामले में लखनऊ में BJP नेता थाने पहुंचे थे।
वाराणसी में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा भाजपा कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गये है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एफआईआर के बाद भाजपा के काशी क्षेत्र अध्यक्ष महेशचंद श्रीवास्तव ने पार्टी नेताओं के साथ सोमवार शाम कैंट थाने में अधिवक्ता के जरिये खेड़ा के लिए मुकदमा दर्ज कराया।
इसके पहले काशी क्षेत्र अध्यक्ष ने पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से मुलाकात कर खेड़ा के खिलाफ कार्यवाही के लिए पत्रक सौंपी। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर कैंट पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 153 ए,295 ए और 505 के तहत एफआईआर लिखी ।
काशी क्षेत्र अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने अपने तहरीर के जरिये कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में देश के प्रधानमंत्री के विरूद्ध देश की करोड़ों जनता की भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से बयान दिया।
पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिवंगत पिता दामोदर दास मूलचंद मोदी पर गलत ढंग से टिप्पणी करते हुये कहा कि नरेन्द्र मोदी के पिता नरेन्द्र गौतम दास मोदी है। नरेन्द्र गौतम दास मोदी को क्या समस्या है तथा क्या यह गौतम दास या दामोदर दास हैं? व्यंग्यपूर्ण हंसी में यह भी कहा गया कि भले ही नाम दामोदर दास है लेकिन उनके कार्य गौतम दास के समान हैं। इस तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री के दिवंगत पिता को गौतम अडानी के पिता से जोड़ कर उनके पिता का जानबूझकर उपहास किया। इससे देश की जनता की भावनाओं को चोट पहुंचायी गई है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संयोजक अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने बताया कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के खिलाफ वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय एवं जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा और वे पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से मिलकर एफआईआर लिखाने के लिए आवेदन पत्र दिया।
जिस पर पुलिस कमिश्नर ने वाराणसी कैंट थाने को मुकदमा लिखने के लिए आदेशित किया। जिसके बाद उन्होंने कैंट थाने में पहुंचकर खेड़ा के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखवाई।