जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने कहा कि भाजपा राजस्थान में सरकार गिराने में फेल हो गई, उसका झटका इतना भारी है कि उसकी टीस बाहर आ रही है। भाजपा वाले 25 नवंबर तक के मेहमान हैं। इसके बाद ये पांच साल तक मुंह नहीं दिखाएंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत गुरुवार को यहां पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में जब मैं गुजरात में कांग्रेस इंचार्ज था, तब मोदीजी कहते थे कि ये राजस्थानी अशोक गहलोत मुझे हराने आया है, आप मारवाडी की मत सुनो, आप बताइए मैं आपका बेटा हूं, आप मुझे वोट नहीं देंगे तो मैं कहां जाऊंगा। गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं राजस्थान की जनता से कहना चाहता हूं कि मैं राजस्थान का हूं। अब अगर मैं कहूं कि अब वो गुजराती आ रहा हैं, हम तो नहीं कह रहे कि गुजराती यहां आ रहा है, प्रचार कर रहा है, घूम रहा है। आप गुजराती की बात मानोगे तो मैं कहां जाऊंगा। मैं तो आपके पास ही आऊंगा। मैं थांसू दूर कोनी।
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरेन्द्र मोदी, अमित शाह से लेकर सब मंत्रियों और बड़े नेताओं ने राजस्थान पर धावा बोल दिया है। राजस्थान की जनता भाजपा को करारा जवाब देगी। राजस्थान में भड़काने वाली स्पीच हो रही है। जितने लोग आ रहे हैं, शाम तक एक ही भाषा बोल रहे हैं। कन्हैया की हत्या का मामला उठा रहे हैं, जबकि कन्हैया को मारने वाला पांच साल से भाजपा कार्यकर्ता था।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मोदी अभिनेता हैं। वे कहते हैं मैं ओबीसी का हूं, मुझे नीच कह दिया। किसी ने उन्हें नीच नहीं कहा। गहलोत की वापसी नहीं करने वाली मोदी की भविष्यवाणी को लेकर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से पूछा कि मोदी भविष्यवक्ता हैं क्या। कह रहे हैं गहलोत चौथी बार सीएम नहीं बनेंगे। खुद प्रधानमंत्री फिर बनने की बात कर रहे हैं। चुनाव आयोग को दिखता नहीं कि क्या घोषणाएं हो रही हैं।
गहलोत ने लाल डायरी और महादेव एप प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज कराने की मांग करते हुए कहा कि लाल डायरी का षड्यंत्र दिल्ली में रचा गया। महादेव एप के जरिये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के खिलाफ किस तरह षड्यंत्र किया गया। उस ऐप मामले में बयान देने वाला अब बदल गया है। महादेव ऐप के मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को चार दिन पहले अरेस्ट करने की साजिश थी, उसमें ये फेल हो गए।
चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं ने स्वर्गीय राजेश पायलट का नाम उछालने की निंदा करते हुए गहलोत ने कहा कि अब ये गुर्जर समाज को भड़काने के लिए राजेश पायलट को लेकर आ गए। भाजपा राज में आरक्षण आंदोलन के दौरान 72 गुर्जर फायरिंग में मारे गए थे। मेरे राज में गुर्जरों पर गोली तो छोड़िए लाठीचार्ज तक नहीं होने दिया और आरक्षण दे दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं के दिलों में आग लगी है कि राजस्थान में सरकार नहीं गिरा पाए। ये चुनी हुई सरकारों को गिरा रहे हैं।
गहलोत ने राजस्थान में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि वे अपने सामने हार को देखकर बौखला गए हैं और इसी बौखलाहट में भाजपा नेता अनर्गल आरोप लगाकर जनता में भ्रम फैला रहे हैं, जैसा की वे करते आए हैं।