चंडीगढ़। हरियाणा व पंजाब के किसानों द्वारा तीन दिन तक चंडीगढ़ में प्रदर्शन को लेकर दोनों राज्यों व चंडीगढ़ की पुलिस सतर्क हो गई है। शनिवार को रात भर किसानों के जत्थे मोहाली व पंचकूला की सीमा पर एकत्र होते रहे। पंजाब व हरियाणा से आने वाले किसानों को चंडीगढ़ प्रवेश से रोकने के लिए रविवार की सुबह से ही राजधानी की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन की तरफ से आज (26 नवंबर) से 28 नवंबर तक चंडीगढ़ में एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है। प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा किसान यूनियनों के साथ जो वादे किए थे, वह पूरे नहीं किए गए हैं। अभी तक किसान आंदोलन के दौरान किए गए मुकदमे भी वापस लिए नहीं लिए गए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में यह प्रदर्शन किया जाएगा।
हरियाणा और पंजाब की तरफ से किसानों के 3 दिन के प्रदर्शन को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोकने की तैयारी कर ली है। प्रदर्शनकारियों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस की तरफ से बैरिकेडिंग कर दी गई है। चंडीगढ़ पुलिस ने आम लोगों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है। रविवार से तीन दिन के लिए चंडीगढ़, मोहाली व पंचकूला में रूट डायवर्ट रहेंगे।
चंडीगढ़ में 26, 27 और 28 नवंबर को प्रदर्शन करने के लिए किसान मोहाली और पंचकूला में एकत्रित हो चुके हैं। इसके बाद यह ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ चंडीगढ़ की सीमा में दाखिल होने की कोशिश करेंगे।