नई दिल्ली। भाजपा ने दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जल्द ही जेल के सलाखों के पीछे जाने का दावा किया है।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि शराब घोटाले, डीटीसी बस घोटाले, क्लास रूम घोटाले और शीशमहल घोटाले के बाद अब दिल्ली जल बोर्ड में भी घोटाला सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के पीएचडी होल्डर केजरीवाल इन सब घोटालों के किंगपिन हैं। लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वह संवैधानिक पद पर बैठकर घोटाले पर घोटाला करते रहेंगे और जांच एजेंसी चुप रहेगी, तो ऐसा नहीं होगा। केजरीवाल को इस गुमान में नहीं रहना चाहिए और वह दिन दूर नहीं है जब अपने तमाम भ्रष्टाचार के लिए अरविंद केजरीवाल भी सजा पाएंगे और जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की भी मांग की।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार, बेईमानी, घोटालों, कमीशनखोरी और लूट-खसोट का देश में कोई विशेषज्ञ नेता है, तो वो आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल हैं।
दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगाते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि 10 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को 2 कैटेगरी में बांटा गया। पहली कैटेगरी में केवल अपग्रेडेशन होना था और दूसरी कैटेगरी में क्षमता बढ़ाने का काम होना था। 2022 में दिल्ली जल बोर्ड ने इसके ठेके दिए, जिनकी कुल वैल्यू 1,938 करोड़ रुपये के आसपास थी जबकि इसकी अनुमानित लागत सिर्फ 1,500 करोड़ रुपए थी, इसका सीधा मतलब है कि इसमें इनके द्वारा स्वयं लगवाए गए एस्टीमेट में 30 प्रतिशत की वृद्धि कर के ठेके दिए गए।
उन्होंने कहा कि इन 10 प्रोजेक्ट के लिए 10 डीपीआर बननी थी, लेकिन दो ही बनवाए गए और इसे सभी 10 पर लागू कर दिया गया और इस तरह से मूल्यांकन बढ़ा कर और अपने लोगों को ठेका देकर 450-500 करोड़ रुपये के आसपास का यह घोटाला किया गया।
भाटिया ने बीआरएस और कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का भी उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हें भारत के संविधान से कोई मतलब नहीं है, ये लोकतंत्र की हत्यारी पार्टियां हैं।