गाजियाबाद। गाजियाबाद के अंकुर विहार थाना इलाके में एक वेटर की 19 दिन पहले पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी और उसके शव को पास के जंगल में फेंक दिया गया था। पुलिस ने अब इस मामले में 19 दिन बाद हत्या का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
गाजियाबाद के थाना अंकुर विहार इलाके में 17 नवंबर को हुए एक सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार रात खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें मैरिज होम का पार्टनर और दो वेटर शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि 18 नवंबर को अंकुर विहार थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी कटैया में एक युवक का शव पड़ा मिला। मृतक की पहचान 26 वर्षीय पंकज के रूप में हुई, जो डीएलएफ शंकर विहार का रहने वाला था।
मृतक की मां ने उस वक्त पुलिस को बताया, मेरा बेटा शादियों में काम करता था। अक्सर वो शादियों के काम की वजह से कई–कई दिन में घर आता था। 17 नवंबर को पंकज शादी में काम करने गया था। 19 नवंबर को परिजनों को पुलिस के जरिए उसकी लाश बरामद होने की सूचना मिली।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मौत की वजह सिर में गंभीर चोट लगना आई। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पुश्ता रोड स्थित जीसीएस वाटिका का नाम सामने आया। मौत से पहले आखिरी बार पंकज ने यहीं पर एक लगन समारोह में वेटर का काम किया था।
सीजीएस वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता के कहने पर ठेकेदार सर्वेश के माध्यम से पंकज ये काम कर रहा था।
पुलिस जांच में ये बात सामने आई कि जीसीएच वाटिका में 17 नवंबर को एक लगन समारोह था। इस दौरान पंकज के हाथ में लगी खाने की जूठी प्लेट समारोह में आए मेहमान ऋषभ से टच हो गई। इसे लेकर विवाद शुरू हुआ और ऋषभ ने पंकज की बुरी तरह पिटाई कर दी। इसी बीच वहां पहुंचे वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता ने भी पंकज को जमीन पर पटक दिया। जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं।
मनोज गुप्ता ने अन्य वेटर अमित और अजय को वहां फोन कर बुलाया। इन दोनों लोगों ने पंकज के मरने की आशंका से घबराकर उसे कुछ दूर गांव गढ़ी कटैया के जंगल में फेंक दिया। अगले दिन पुलिस को पंकज की लाश बरामद हुई। पुलिस ने बुधवार रात इस मामले में वाटिका के पार्टनर मनोज गुप्ता, वेटर अमित और अजय को गिरफ्तार कर लिया है।