मोरना। जौली गंग नहर पटरी पर भूसे से लदे ट्रक की टक्कर से ई-रिक्शा सवार मजदूर की मौत हो गई, जबकि चार महिलाओं समेत आठ मजदूर घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने गंग नहर पुल पर शव रखकर हंगामा किया तथा परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की।
भोपा थाना गांव भोपा निवासी जसबीर उर्फ काला 32 वर्ष व गांव निवासी मूर्ति, माया, आशिया, अफसाना, रवि, गुलशेर, अल्ताफ उर्फ कल्लू गांव के ही अक़ील की ई-रिक्शा में सवार होकर भोपा-जौली गंग नहर पटरी मार्ग पर स्थित निर्माणाधीन फैक्ट्री में मजदूरी करने जा रहे थे। जैसे ही वह नंगला बुजुर्ग नहर झाल के समीप पहुंचे सामने से आ रहे भूसे से लदे ट्रक ने ई-रिक्शा में टक्कर मार दी, जिसके बाद ई रिक्शा पलटने से चालक समेत सभी आठ व्यक्ति घायल हो गए। राहगीरों की मदद से घायलों को सीएचसी पर लाया गया, जहां पर चिकित्सक ने घायल जसबीर को मृत घोषित कर दिया, जबकि गम्भीर रूप से घायल मूर्ति, माया, आशिया, अफसाना, गुलशेर, चालक अक़ील को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक अपने पीछे पत्नी भारती, तीन वर्षीय बेटी प्रिया, 12 माह के बेटे आरव को छोड़ गया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल व तरुण प्रधान ने सीएचसी पहुंचकर घटना की जानकारी की। वहीं, दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने गंग नहर पुल पर शव को रखकर हंगामा किया। आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग व पीडित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की। सीओ देवव्रत वाजपेई व प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा ने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया तथा बताया कि पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं मृतक के भाई कश्मीर की ओर से अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवा दिया गया।
प्रतिबंध के बावजूद गंगनहर पटरी पर दौड़ रहे बड़े वाहन
उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार से उत्तर प्रदेश के मुरादनगर तक गंग नहर पटरी का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग से कावडिय़ों को सुरक्षित वह सुलभ मार्ग उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा निर्माण कराया गया था, जिसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर चौधरी चरण सिंह कावड़ मार्ग रखा गया था। कावड़ यात्रा के बाद जिस पर छोटे वाहन दूरी कम करने के लिए निकलते हैं।
कावड़ नहर पटरी पर बड़े वाहन प्रतिबंधित किए गए थे। बड़े वाहनों को रोकने के लिए जगह-जगह हाइट गेज लगाए गए थे, जिन्हें टोल टैक्स बचाने के लिए बड़े वाहनों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में तोड़ दिए गए। नहर पटरी पर जगह-जगह पुलिस पिकेट बनाई गई है, लेकिन प्रतिबंध के बावजूद भी दिन-रात बड़े वाहन गंग नहर पटरी पर दौड़ रहे हैं, जिससे हो रही दुर्घटनाओं में अनेक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। शुक्रवार की सुबह भी भूसे से भरे ट्रक ने गंग नहर पटरी पर ई-रिक्शा में टक्कर मार दी, जिसमें बैठी आठ सवारियां गंभीर रूप से घायल हो गई वह एक युवक की मौत हो गई।
लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद भी नहीं जागा प्रशासन
गंग नहर पटरी पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। बड़े वाहनों द्वारा हाइट गेज तोड़ दिए गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से हाइट गेज लगवाने की मांग की है, लेकिन गंग नहर पटरी पर दौड़ रहे प्रतिबंध के बावजूद दौड़ रहे बड़े वाहनों का निकलना बदस्तूर जारी है। गंग नहर पटरी पर लगातार हो रहे सड़क हादसों के बाद भी प्रशासन नहीं जागा।