मुजफ्फरनगर। आम आदमी पार्टी ने आज प्रदेश के हर जनपद में घर-घर दस्तक देकर पर्चे बांटे। इन पर्चों में संजय सिंह की गिरफ्तारी का सच बताने का प्रयास किया गया है। गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में आज से आम आदमी पार्टी प्रदेश के सभी जिलों में अभियान चलाकर प्रथम चरण में 25 लाख घरों में दस्तक देगी।
अभियान के तहत कार्यकर्ता हर घर पहुंच कर अपने सांसद व उप्र प्रभारी संजय सिंह की ईडी द्बारा की गयी अवैध गिरफ्तारी का काला सच उजागर कर रहे। इस मौके पर पश्चिम प्रांत उपाध्यक्ष अकील राणा ने बताया कि संजय सिंह आम आदमी की आवाज, पटरी-रेहड़ी, दुकानदारों, पिछड़ों-दलितों की आवाज को संसद में उठा रहे थे तो उन्हें संसद से निलंबित किया गया।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने किसानों के संघर्ष की आवाज उठाई तो उन्हें ईडी का डर दिखाया गया। लेकिन संजय सिंह तब और हमलावर हो गये और उन्होने प्रधानमंत्री और अडानी के भ्रष्टाचार का सच उजागर करना शुरू कर दिया। कहा गया कि संजय सिंह ने जब केंद्र सरकार और उप्र सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करना शुरू किया तो संजय सिंह को जेल भेजने की साजिश रची गयी। संजय सिंह ने राजनीति का स्वच्छ चेहरा बनने की कोशिश की और काले कारनामों से दूर रहे। कोरोना काल में आम आदमी के लिए संघर्ष करना हो चाहे सबके लिए आगे आकर लडऩा हो, सबमें संजय सिंह सबसे आगे खड़े रहे।
नगर अध्यक्ष सरदार जसकरन सिंह ने कहा कि संजय सिंह ने किसान बिल पर मोदी सरकार को घेरा । अडानी की लूट का पर्दाफाश किया। केंद्र सकरार के भ्रष्ट व संगीन अपराधों का खुलासा करते हुए मोदी-अडानी गठजोड़ के जरिये देश को लूटने की साजिशों का बुलंद आवाज में विरोध किया। संजय सिंह की इन्हीं सब नीतियों और केजरीवाल सरकार के माडल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ते देख मोदी सरकार ने अपने दोनों नुमाइंदों ईडी और सीबीआई के जरिये पहले सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को जेल में डाला और शराब नीति के झूठे बवंडर में सबको घेरने की कोशिश कर आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश रची। इसी में संजय सिंह को भी घेरा गया
। दिलचस्प यह है कि आज तक ईडी और सीबीआई एक भी सुबूत पेश नहीं कर सकी है। आम आदमी पार्टी ने पर्चो को बांट कर देश को जागरूक करने का काम किया है। ताकि देश की जनता को सच पता चल सके। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष वारिस राणा, जिला सचिव सरताज चौधरी, अजय भारद्वाज, शेखर जोशी, डा. राजकुमार, आरिफ व अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।