मेरठ। मेरठ के इस्माईल नेशनल महिला कालेज के गणित विभाग में आज गणित दिवस के मौके पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 1887 में आज के दिन ही तमिलनाडु के इरोड में हुआ था। 1911 में जर्नल आॅफ द इंडियन मैथमैटिकल सोसाइटी में शोध पत्र प्रकाशित होने के बाद गणित के बारे में उनकी प्रतिभा को पहचान मिली।
मानवता के विकास में इस विषय का बड़ा ही महत्व है। गणित के इस महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने व गणित का महत्व बताने के लिए हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 2012 केा मद्रास विश्वविद्यालय से श्रीनिवास रामानुजन के जन्म की 125वीं वर्षगांठ पर की गयी थी। उनके लिखे हजारों समीकरण आज भी गणितज्ञों का मार्गदर्शन करते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ0 राहुल कुमार, एस0एस0वी0 पीजी कालिज, हापुड़ रहे। उन्होंने कहा कि कैसे गणित हम सभी के जीवन का अभिन्न अंग है। सुबह उठने से लेकर सोने तक हम गणित का प्रयोग करते हैं। डॉ0 राहुल कुमार ने बताया कि श्री निवास रामानुजन के अनसुलझे सूत्रों को आज भी हम सुलझा नही पाये हैं।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो0 अनीता राठी ने महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन अयंगर की जयन्ती पर भावपूर्ण नमन तथा राष्ट्रीय गणित दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि रामानुजन ने अपनी विलक्षण प्रतिभा से गणित के जटिल से जटिल सूत्रों का समाधान कर विश्व में भारतीय प्रतिभा का लोहा मनवाया।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में टीमों का नाम गणितज्ञों के नाम पर रखा गया था। जिसमें भास्कराचार्य टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। द्वितीय स्थान पर रामानुजन, शकुन्तला देवी व नरेन्द्र कामरकर टीमें रहीं। पोस्टर प्रतियोगिता मंे कशिश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। शमा व अंजला ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन मीना राजपूत प्रभारी, गणित विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो0 दीपा त्यागी, प्रो0 दीप्ति कौशिक, डाॅ0 ममता सिंह, डाॅ0 कविता गर्ग व महाविद्यालय की अन्य शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में छात्राएं ने छात्राओं ने प्रतिभागिता की।