नोएडा। स्क्रैप माफिया रवि काना के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद हमारे संवाददाता ने उन पुलिस कर्मियों से बातचीत की जो उसकी सुरक्षा में काफी दिनों तक तैनात रहे थे, या वे पुलिसकर्मी जो इसकी सुरक्षा में तैनात तो हुए लेकिन इसके काले कारनामे को देखकर उन्होने निलंबित होना पसंद किया, और इसकी सुरक्षा से हट गए।
पुलिस कर्मियों का कहना था कि रवि के काले कारनामे के चलते वे उसकी सुरक्षा में जाना बिल्कुल पसंद नही करते थे। कई बार मना करने के बावजूद भी आला अधिकारियों के दबाव में उन्हें जाना पड़ता था। उनके अनुसार रवि सुरक्षा के नाम पर दिए गए पुलिस कर्मियों का दुरुपयोग करता था। वह उनके सहारे अपने अवैध कारोबार को संचालित करता था। कई बार फैक्ट्री मालिकों और स्क्रैप का कारोबार करने वाले अन्य व्यापारियों को धमकाने के लिए उन्हें भेजा जाता था। अगर वे उसकी बात नहीं मानते थे तो पुलिस के आला अधिकारियों से वह शिकायत कर देता था।
अधिकारियों की डांट के बाद मजबूरन पुलिस कर्मियों को उक्त गैंगस्टर का साथ देना पड़ता था। पुलिस कर्मियों के अनुसार रवि के अलावा उसके गैंग के अन्य बदमाश भी उन्हें अपने साथ ले जाते थे। अगर पुलिसकर्मी किसी गलत काम को करने के लिए मना करते थे तो उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता था। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि एक समय ऐसा था कि नोएडा की क्राइम ब्रांच तथा यूपीएसटीएफ के अधिकारी भी इसके लिए खुलेआम काम करते थे। इसके एक फोन पर उन्हें अन्य व्यापारियों को पकड़ने के लिए भेज दिया जाता था। सूत्रों का दावा है कि रवि गैंग के लोगों ने कई धर्मकाटे पर चिप लगा रखी थी। कंपनियो से निकलने वाले माल के वजन में घटतौली की जाती थी। यह अपने मनपसंद कांटे पर ही तौल करवाते थे। पुलिस कर्मी के अनुसार ये लोग कई बार बोलेरो जीप में सुरक्षा के लिए मिले पुलिस कर्मियों को बैठाक खुद को सेल टैक्स अधिकारी बनकर भी व्यापारियों की गाड़ी रोक लेते थे।
एक पुलिसकर्मी ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि रवि और इसके गैंग के साथी शराब के नशे में कई बार महिलाओं के साथ गलत व्यवहार भी करते थे। एक पुलिसकर्मी ने तो यहां तक बताया कि आरोपी आए दिन बाजारू औरतों को लाते थे, तथा उनके साथ अय्याशी करते थे। उसके अनुसार उस समय मीडिया से जुड़े कुछ लोग तथा पुलिस के अधिकारी भी इनके साथ शामिल होते थे। बताया जाता है कि पूर्व में तैनात कई पुलिस के अधिकारियों को आरोपी रवि ने महंगी -महंगी गाड़ियां तथा नोएडा की महंगी सोसाइटी में फ्लैट खरीद कर दिया है।
एक पुलिसकर्मी ने बताया कि आरोपियों के साथ मीडिया से जुड़े कुछ लोगों की मिलीभगत थी। वे लोग आए दिन उनके ऑफिस में आकर बैठते थे, तथा इससे मोटी रकम प्राप्त करते थे। पुलिस सूत्रों का दावा है कि पुलिस के अधिकारी उन पुलिसकर्मियों से भी बातचीत कर रहे हैं जो रवि काना की सुरक्षा में पूर्व में तैनात रहे हैं। उनसे भी इसके ठिकानों के बारे में कुछ जानकारी मिली हैं।