मेरठ। मवाना में खुद को आग लगाने वाले किसान जगबीर की उपचार के दौरान मौत हो गई । वहीं, किसान की मौत से पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। रविवार को गमगीन माहौल में किसान का गांव के ही श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांव को पुलिस ने चारों ओर से घेर लिया था।
कड़ी सुरक्षा के बीच जगबीर के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। मेरठ के मवाना में एसडीएम दफ्तर के सामने खुद को आग लगाने वाले किसान की मौत हो गई है। किसान का शरीर 70 फीसदी जल गया था, जिसके बाद उसे मेरठ के लिए रेफ किया गया था। वहीं, शनिवार को उपचार के दौरान किसान जगबीर की मौत हो गई।
किसान जगबीर की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। हस्तिनापुर के अलीपुर मोरना गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
शनिवार की शाम को किसान का पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान मृतक किसान जगबीर के बड़े बेटे प्रिंस ने जिलाधिकारी दीपक मीणा से मिलकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है। जिसके लिए एडीएम प्रशासन अमित कुमार व एसपी देहात कमलेश बहादुर को जांच के लिए लगाया गया है।
वहीं, देर रात करीब 10 बजे मृतक किसान जगबीर का शव भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचा। जिसे गांव के बाहर किसान जूनियर हाईस्कूल में रखा गया है। ग्रामीण और परिजनों ने हिंदू रीत- रिवाज के अनुसार, संस्कार करने की बात कहते हुए रात में संस्कार करने से मना कर दिया।
पीड़ित परिजनों ने कहा कि जब तक रिश्तेदार आए जाएंगे तभी अंतिम संस्कार किया जाएगा। आज दिन में जब रिश्तेदार एकत्र हो गए तब जगवीर का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।