शामली। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नव राज्य निर्माण महासंघ के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष कस्बा बनत पहुंचे । जहां उन्होंने शामली को एनसीआर में शामिल किए जाने के बावजूद भी एनसीआर के समकक्ष न दिए जाने के मुद्दे को लेकर ग्रामीणों से चर्चा की। जहां उन्होंने लोगों से आगामी 11 नवंबर कों दिल्ली में उक्त मुद्दे को लेकर आयोजित किए जाने वाले धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील की।
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आपको बता दें कि रविवार को शामली के कस्बा बनत में प्रमोद पटवारी के आवास पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी व नव राज्य निर्माण महासंघ के राष्ट्रीय कार्यवाहक रामपाल मांडी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। जो उन्होंने वहां मौजूद दर्जनों ग्रामीणों से शामली को एनसीआर में शामिल किए जाने के बावजूद भी एनसीआर वाली सुविधाएं ना दिए जाने के मुद्दे को लेकर बातचीत की। इस दौरान रामपाल मांडी ने कहा कि शामली बागपत मुजफ्फरनगर जैसे जिलों को एनसीआर में तो शामिल कर लिया गया है और एनसीआर के नियम भी लागू कर दिए गए हैं। लेकिन वर्षो बीच जाने के बाद शामली के लोगों को एनसीआर वाली सुविधाएं नहीं मिली है।
जबकि शामली को एनसीआर में शामिल किए जाने के कारण ईट महंगी हुई है और वाहनों की समय सीमा भी घट गई है। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस मुद्दे को लेकर रामपाल सिंह मांडी अपनी टीम के साथ विभिन्न जिले, गांव में जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। रामपाल माडी का कहना है कि हमारी पार्टी लगातार यह मांग कर रही है कि हमारे यह 10-12 जिले या तो पूर्ण रूप से राजधानी दिल्ली में मिलाया जाए या फिर प्रदेश को चार भागों में वर्गीकृत किया जाए। जिससे छोटे राज्य होने से विकाश की रफ्तार भी दोगुनी हो जाएगी और लोगों को सुविधाओं का लाभ भी सुलभता से मिल सकेगा। जिसके लिए आगामी 11 दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर उक्त मुद्दे को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन अभी आयोजित किया जाएगा। जिसमें 19 राज्यों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचेंगे।