पटना। बिहार में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को राजभवन पहुंचे। मुख्यमंत्री राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के बुलावे पर टी-पार्टी में पहुंचे थे। टी-पार्टी में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी बुलाया गया था लेकिन वह नहीं पहुंचे। टी-पार्टी में विधानसभा अध्यक्ष अवध नारायण चौधरी समेत राजद के विधायकों को भी निमंत्रण दिया गया था लेकिन कोई नहीं नहीं पहुंचे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगल में ही तेजस्वी यादव की कुर्सी लगाई गयी थी। बहुत देर हो जाने के बाद जब उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नहीं पार्टी में नहीं आये तो कुर्सी से तेजस्वी के नाम की पर्ची हटाकर वहां जदयू से बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी बैठ गये। बैठने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अशोक चौधरी के बीच कुछ मिनटों तक बातचीत होती रही।
मुख्यमंत्री लगभग एक घंटे तक राजभवन में रूके, फिर वहां से सीएम आवास के लिए रवाना हो गये। हालांकि, इस दौरान नीतीश कुमार ने मीडिया से दूरी बनायी लेकिन तेजस्वी के नहीं आने के सवाल पर धीरे से जवाब दिया, जो नहीं आये उससे पूछिये। बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यहां क्यों नहीं आये ये तो वही बता सकते हैं, उनसे ही ये सवाल पूछना बेहतर होगा। भाजपा विधायक विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के टी-पार्टी में नहीं आने के सवाल पर कहा कि वे संवैधानिक पक्ष और राष्ट्रीय पर्व का सम्मान करते हैं। दायित्व के अनुसार वे जिम्मेदारी निभाते हैं। इसलिए तेजस्वी यदि यहां नहीं आये है तो उसका जवाब वहीं देंगे।