भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक पूर्व सरपंच और उनकी पत्नी की उनके आवास पर कुछ अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
चौंकाने वाली घटना तब सामने आई, जब एक पड़ोसी ने शनिवार को दंपति के घर जाकर देखा और उन्हें खून से लथपथ पाया। इसके बाद स्थानीय क्षेत्रीय पुलिस को सूचित किया गया।
सूचना मिलने पर पुलिस ने अधेड़ उम्र के जोड़े को खून से लथपथ हालत में बरामद किया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतकों की पहचान रामनिवास कुमावत और उनकी पत्नी मुन्नी कुमावत के रूप में हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, रामनिवास सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े थे और वह पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष थे।
दंपति उज्जैन के पिपलौंदा गांव स्थित अपने घर पर रह रहे थे, जबकि उनका बेटा देवास में रहता है। दोहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी और आशंका जताई जा रही थी कि दंपति की हत्या चाकू से गोदकर की गई है।
पुलिस ने कहा कि दंपति की गर्दन पर गहरी चोट के निशान पाए गए, जिससे पता चलता है कि हत्यारे एक समूह में थे। घर में तोड़फोड़ भी की गई, हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि दंपति के घर से कुछ कीमती सामान गायब है या नहीं।
मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। प्रथम दृष्टया पुलिस को संदेह है कि कुछ अज्ञात लोगों ने अज्ञात कारणों से दंपति की हत्या की है, हालांकि पुलिस ने सुनियोजित साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया है।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया है। गौरतलब है कि यह चौंकाने वाली घटना मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में हुई है।
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि भाजपा सरकार के तहत राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। कांग्रेस नेता ने पिछले कुछ दिनों में हुई कुछ अन्य घटनाओं का भी हवाला दिया और सीएम मोहन यादव से मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने के लिए कदम उठाने को कहा।
कमल नाथ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “छिंदवाड़ा और सिवनी में पुलिसकर्मियों की हत्या और रतलाम में पुलिस स्टेशन से टीआई (यातायात निरीक्षक) की जीप की चोरी के बाद अब मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में एक भाजपा नेता की हत्या राज्य की स्थिति के बारे में बहुत कुछ कहती है। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करूंगा कि वे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सार्थक कदम उठाएं और अपराधियों को कड़ी सजा देकर मध्य प्रदेश को सभी के लिए एक सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में काम करें।”