भोपाल। प्रदेश के 60 फीसदी हिस्से यानी 29 जिलों में अगले 3 दिन बारिश हो सकती है। इनमें भोपाल, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं। जबलपुर-नर्मदापुरम समेत प्रदेश के 10 जिलों में ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बादल छाए रहेंगे, यहां बारिश का अनुमान नहीं है। बदले मौसम की वजह से दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आ सकती है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने शनिवार को बताया कि अभी प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ और ट्रफ लाइन सक्रिय है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। इससे एमपी में बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में भी एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। इससे अगले 48 घंटे के दौरान एमपी के पूर्वी हिस्से जबलपुर और नर्मदापुरम, दक्षिण हिस्से- सागर, रीवा और शहडोल संभाग में नमी आने लग जाएगी और इस कारण हल्की से मध्यम और तेज बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार 25 फरवरी को जबलपुर संभाग के छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी समेत बैतूल, नर्मदापुरम, बुरहानपुर में हल्की बारिश हो सकती है। 26 को प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में सिस्टम का असर रहेगा। यहां दक्षिणी-पूर्वी हवाएं आएंगी साथ में पूर्वोत्तर से आने वाली हवाएं भी रहेंगी। ये दोनों हवाएं आपस में मिलेंगी और बारिश कराएगी। रीवा, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम, भोपाल और इंदौर संभाग के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर, अनूपपुर, जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में ओले भी गिर सकते हैं। 27 फरवरी को भी सिस्टम एक्टिव रहेगा। इससे पूर्व-उत्तर हिस्से में बारिश होगी, जिनमें सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, सिंगरौली, रीवा और मऊगंज शामिल हैं। गुना, अशोकनगर, विदिशा, नर्मदापुरम, रायसेन, बैतूल, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।