कानपुर। कानपुर में कांग्रेस के कद्दावर नेता कहे जाने वाले राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गये। इससे कांग्रेस को जहां बड़ा झटका लगा तो वहीं भाजपा और मजबूत हो गई। हालांकि कानपुर लोकसभा सीट से भाजपा के जो दिग्गज टिकट के लिए भागदौड़ कर रहे हैं उनकी धड़कनें जरुर बढ़ गई हैं, क्योंकि सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस से टिकट न मिलने की संभावना पर अजय कपूर ने भाजपा का दामन थामा है।
भाजपा में कानपुर के बड़े चेहरे लगातार आठ बार से विधायक व वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के रिश्तेदार अजय कपूर लंबे समय से कांग्रेस की राजनीति कर रहे थे। अजय कपूर लगातार तीन बार विधायक भी रहे और इधर दो बार से भाजपा लहर में भी कड़ी टक्कर दे रहे थे। शहर में उनकी लोकप्रियता और बड़े कारोबारी होने के नाते कांग्रेस पार्टी ने उन्हे राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी दी थी।
सूत्र बताते हैं कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल उम्रदराज होने के नाते आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। इस पर अजय कपूर ने कानपुर लोकसभा टिकट के लिए दावेदारी की, लेकिन पार्टी ने हरी झण्डी नहीं दी। इसके बाद से वह भाजपा के संपर्क में आए और बुधवार को दिल्ली में अनिल बलूनी, विनोद तावड़े और प्रेम शुक्ला की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गये। इससे कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले कानपुर लोकसभा सीट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं भाजपा में टिकट की दावेदारी करने वालों की धड़कनें तेज हो गई हैं।